नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बुधवार को देश के 10 सरकारी बैंकों के विलय को मंजूरी दे दी है। इनमें से चार बैंकों का विलय पंजाब नेशनल बैंक में होने वाला है। जिन बैंकों का PNB में विलय होने वाला है उनमें ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI) शामिल हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों के विलय की घोषणा करते हुए कहा कि 10 बैंकों के विलय के बाद अब देश में कुल सरकारी बैंकों की संख्या 12 रह जाएगी। इससे पहले देना बैंक और विजया बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय हुआ था। साल 2017 में देश में सरकारी बैंकों की संख्या 27 थी। नया बैंक पहली अप्रैल, 2020 से काम शुरू कर देगा।
किसका किसमे विलय
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI) का विलय किया जाने को मंजूरी मिली है। इसके बाद यह देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। विलय के बाद बैंक का नाम बदलने का कोई प्लान नहीं है। वहीं कैनरा बैंक का सिंडिकेट बैंक में विलय होगा। वहीं यूनियन बैंक का आंध्रा और कॉरपोरेशन बैंक में विलय किए जाने को मंजूरी मिली है। इंडिय बैंक और इलाहाबाद बैंक का भी विलय होगा।
आप पर क्या होगा असर
विलय के बाद ग्राहकों पर कोई खास असर नहीं होगा। संभवतः उन्हें नया कस्टमर आईडी और अकाउंट नंबर मिल सकता है और वो भी बैंक जारी करेगा। हालांकि, इसके बाद जिन लोगों को नए अकाउंट नंबर और IFSC कोड मिलेंगे उन्हें अपने बीमे, टैक्स रिटर्न, म्यूचल फंड, पेंशन स्कीम जैसी हर उस चीज में इन्हें अपडेट करवाना होगा जहां उन्होंने अपना बैंक अकाउंट नंबर दिया है। इसके अलावा आपको नई चेक बुक और क्रेडिट या डेबिट कार्ड जारी हो सकते हैं। साथ ही आरडी और एफडी को लेकर भी कार्रवाई करनी पड़ सकती है।