बिश्रामपुर (नईदुनिया न्यूज)। पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर बुधवार को ग्राम सिलफिली स्थित 10 वीं बटालियन के अमर जवान शहीद स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में कर्तव्य की वेदी पर शहीद छत्तीसगढ़ के 25 जवानों समेत देशभर के 264 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर सरगुजा रेंज के आइजी रतनलाल डांगी ने रेंज के शहीद 11 जवानों के परिजनों को शाल- श्रीफल भेंट कर सम्मानित करते हुए उनकी समस्याएं सुनी और उन्हें हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
मुख्य अतिथि एवं सरगुजा रेंज के आइजी रतनलाल डांगी ने प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाए जाने की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख क्षेत्र में देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 जवान चीनी फौजियों के साथ संघर्ष में वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन शहीदों का अंतिम संस्कार लद्दाख के हाट स्प्रिंग नामक स्थान पर किया गया था। उसके बाद माह जनवरी 1960 में दिल्ली में पुलिस महानिरीक्षकों के सम्मेलन में निर्णय लिया गया था कि वीर पुलिस कर्मियों की स्मृति में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इसी तारतम्य में प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को वीर पुलिसकर्मियों को स्मरण करने एवं श्रद्धांजलि अर्पित करने की मंशा से 10 वीं बटालियन में रेंज स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में देश की अखंडता व एकता की रक्षा करने में अपने प्राणों की आहुति देकर देशप्रेम, त्याग और बलिदान की सर्वोच्च परंपरा स्थापित रखने के लिए 1 सितंबर 2019 से 31 अक्टूबर 2020 तक कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले छत्तीसगढ़ राज्य के 25 शहीद जवानों समेत देशभर के शहीद 264 जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है। 10 वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल सिलफिली के अमर जवान शहीद स्मारक में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रतनलाल डांगी आईजी सरगुजा रेंज ने सर्वप्रथम परेड की सलामी ली। तत्पश्चात उन्होंने कर्तव्य की वेदी पर शहीद हुए पुलिस जवानों की नामावली का वाचन किया। उसके बाद परेड द्वारा शहीद जवानों को सलामी दी गई। परेड द्वारा शोक शस्त्र करने के बाद लास्ट पोस्ट बजाया गया। बैंड द्वारा शोक धुन बजाए जाने के बाद रिवाली बजाई गई। इस अवसर पर आईजी रतनलाल डांगी समेत 10 वीं बटालियन के सेनानी डी रविशंकर, सरगुजा एसपी टीआर कोशिमा, सूरजपुर एसपी राजेश कुकरेजा, नगर सेना कमांडेंट राजेश पांडेय, एडिशनल एसपी ओम चंदेल, हरीश राठौर, डीएसपी प्रकाश सोनी, चंचला तिवारी, 10 वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट डीके सिंह, सहायक सेनानी बीएस पैकरा, केसी टोप्पो, टीआई धर्मानंद शुक्ला, अनूप एक्का, दीपक पासवान, उप निरीक्षक सुभाष कुजूर एवं शहीद जवान परिवारों व ग्रामीणों द्वारा अमर जवान शहीद स्मारक में पुष्प रीथ अर्पण कर शहीद जवानों को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का संचालन प्रधान आरक्षक हरि शरण सिंह ने किया।
शहीद परिवारों को किया सम्मानित-
आइजी रतनलाल डांगी समेत पुलिस अधिकारियों ने कर्तव्य की वेदी पर सहित एपीसी स्वर्गीय कृष्णनाथ विंडो की पत्नी उषा किंडो, प्लाटून कमांडर जार्ज पोलीकार्प तिग्गा की पत्नी फुलकेरिया तिग्गा, राम नारायण सिंह के भाई शिव शंकर सिंह, उप निरीक्षक संतोष एक्का की भाभी सुशीला एक्का, अगस्तुस कुजूर की पत्नी रजनी कुजूर, श्याम किशोर शर्मा के पिता बृजमोहन शर्मा, अथनस बड़ा की पत्नी संगीता बड़ा, मनशीद कुजुर की पुत्री सरिता कुजुर, पतरस कुजुर की पत्नी पुष्पा खलखो, गौतम राजवाड़े के भाई दीप नारायण राजवाड़े एवं शहलू राम भगत के पिता लोभन राम को शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।
राज्य के इन शहीदों को दी श्रद्धांजलि-
देश की रक्षा में प्राणों की आहुति देने वाले छत्तीसगढ़ के शहीद प्लाटून कमांडर गीता राम राठिया समेत उपनिरीक्षक श्याम किशोर शर्मा, सहायक प्लाटून कमांडर नारद राम निषाद, सहायक उपनिरीक्षक कोरसा नागैया, प्रधान आरक्षक उपेंद्र साहू, देवेंद्र सिंह, मड़कम मासा, आरक्षक सोमारू राम पोयम, हेमंत दास मानिकपुरी, वंजाम नागेश, कड़ती कन्ना, पोडियाम लखमा, अमरदीप खलखो, हेमंत कुमार पोया, सोयम रमेश, लिबरु राम बघेल, जितेंद्र बाकडे, कैलाश कुमार नेताम, मड़कम बुच्चा, गन्धम रमेश, उईका कमलेश, उयिका दुरूआ, पोडियाम मुक्ता व रमेश कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
दरबार लगाकर आईजी ने सुनी समस्या,,,,
आइजी डांगी ने दरबार लगाकर शहीद परिवारों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने शहीद परिवारों से कहा कि पुलिस परिवार हमेशा उनके साथ है। उन्होंने कहा कि वे शासन से मिली राशि का सदुपयोग करें। अपने बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही उन्हें अनुशासित करने की हरसंभव कोशिश करें। उन्होंने शहीद परिवारों की मांग पर उन्हें आश्वस्त किया कि पुलिस अधिकारी समय-समय पर उनसे संपर्क करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या होने पर सहित परिवार के सदस्य कभी भी उनसे अथवा संबंधित एसपी से मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत करा सकते हैं। उनकी समस्या का हल संभव निराकरण करने का प्रयास किया जाएगा।