
सूरजपुर ( नईदुनिया न्यूज)। जिला मुख्यालय के अग्रसेन वार्ड स्थित भट्ठापारा मोहल्ले में 12 दिन पूर्व घटित अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए कोतवाली पुलिस ने इंदौर से बिश्रामपुर निवासी सरदार दिलबाग सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। न्यायालय में पेश आरोपित को न्यायालय ने न्यायिक अभिरक्षा में सूरजपुर जेल भेज दिया है। आरोपित ने चरित्र शंका पर महिला की हत्या करना कबूल किया।
शहर के अग्रसेन वार्ड क्रमांक 12 स्थित भट्ठापारा मोहल्ला निवासी सुषमा सारथी पत्नी स्वर्गीय लाल सिंह 40 वर्ष शराब बनाकर बेचने और पीने की आदी थी। उसके घर में बाहरी लोगों का जाना आना होता था। विगत नौ अक्टूबर को घटित घटना के तीन चार दिन पूर्व से बिश्रामपुर निवासी एक व्यक्ति के उसके घर में आकर रुकने की जानकारी कोतवाली पुलिस को मिली थी। दस अक्टूबर की सुबह करीब छह बजे उसके घर से एक सरदार युवक को निकल कर जाते देखा गया था। सुबह पता चला कि घायल अवस्था में महिला मृत पड़ी है। उसके चेहरे समेत पूरे शरीर में चोट के निशान थे। उसी दौरान घटना में बिश्रामपुर निवासी दिलबाग सिंह पर संदेह भी व्यक्त किया गया था।
लाठी के ठूंठ से पीट-पीट कर मारा
संदेही की तलाश में जुटी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि वह इंदौर में है। एसपी इंदिरा कल्याण एलिसेला के निर्देश पर कोतवाली पुलिस टीम इंदौर के लिए रवाना हुई और पुलिस ने संदेही दिलबाग सिंह पिता सरदार तरसेम सिंह 45 वर्ष निवासी गोरखनाथपुर बिश्रामपुर को धरदबोचा। यहां लाकर सघन पूछताछ में दिलबाग सिंह ने हत्या करने का आरोप कबूल किया। उसने बताया कि उसका महिला से प्रेम संबंध था और उसका उसके घर आना जाना था। चरित्र शंका होने पर बांस की लाठी के ठूंठ से पीट-पीट कर उसने उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसके कब्जे से मृतक महिला का मोबाइल व वारदात में प्रयुक्त बांस की लाठी का ठूंठ बरामद कर उसे धारा 302 के तहत गिरफ्तार करते हुए सूरजपुर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में नगर निरीक्षक लक्ष्मण सिंह ध्रुव समेत सहायक उप निरीक्षक संजय सिंह प्रधान आरक्षक विवेकानंद सिंह, आरक्षक अखिलेश पांडे की टीम सक्रिय रही।