सड़कों पर मवेशियों का आतंक.... नगर निगम का बड़ा एक्शन, मालिकों पर होगी कड़ी कार्रवाई
शहर में सड़कों पर खुलेआम घूम रहे मवेशियों से हो रही दुर्घटनाओं, जाम की समस्या और गंदगी को देखते हुए नगर निगम ने सख्त कदम उठाए हैं। अब आवारा मवेशियों के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
Publish Date: Fri, 25 Jul 2025 02:52:19 PM (IST)
Updated Date: Fri, 25 Jul 2025 02:52:19 PM (IST)
सड़कों पर घूम रहे जानवरों के खिलाफ नगर निगम की बड़ी कार्रवाई।HighLights
- सड़कों पर घूम रहे जानवरों के खिलाफ नगर निगम की बड़ी कार्रवाई।
- अगर जानवरों को सड़कों पर खुला छोड़ा तो मालिकों के खिलाफ कार्रवाई।
- पहले जानवरों को सड़कों पर छोड़ने पर 2000 जुर्माना लगाया जाता था।
नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर: शहर में सड़कों पर खुलेआम घूम रहे मवेशियों(Cattle on Roads) से हो रही दुर्घटनाओं, जाम की समस्या और गंदगी को देखते हुए नगर निगम(Ambikapur Municipal Action) ने सख्त कदम उठाए हैं। शासन के निर्देश पर आयुक्त के आदेशानुसार निगम टीम ने गुरुवार को अभियान चलाकर करीब 50 मवेशियों को पकड़कर घुटरापारा स्थित कांजी हाउस भेजा। इससे पहले 60 मवेशी पकड़े जा चुके हैं।
मालिकों को चेतावनी
नगर निगम प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि पशुपालक अपने मवेशियों को खुले में न छोड़ें और उन्हें अपने परिसरों में रखें। सड़क पर पाए जाने वाले मवेशियों पर जुर्माना, नीलामी और जरूरत पड़ने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
शहर की स्थिति
देवीगंज रोड, महामाया मार्ग, चांदनी चौक, खैरबार रोड, सब्जी मंडी, घुटरापारा से लेकर 11 किलोमीटर लंबे रिंग रोड तक हर जगह मवेशियों का जमावड़ा है। रात के समय बारिश में मवेशी सूखी सड़कों पर बैठ जाते हैं, जिससे दोपहिया और चारपहिया चालकों के लिए गंभीर दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।
कांजी हाउस(Kanji House) की क्षमता कम
नगर निगम के पास फिलहाल केवल एक कांजी हाउस है, जिसकी क्षमता 300 मवेशियों की है, जबकि शहर में अनुमानतः 1,200 से ज्यादा मवेशी घूम रहे हैं। बड़े पैमाने पर पकड़े जाने पर उन्हें रखने की व्यवस्था एक बड़ी चुनौती है।
आयुक्त की अपील
नगर निगम आयुक्त डीएन कश्यप ने पशुपालकों से अपील की है कि वे मवेशियों को सड़कों पर न छोड़ें और यातायात एवं स्वच्छता व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। दोबारा मवेशी पकड़े जाने पर मालिकों पर प्राथमिकी दर्ज हो सकती है।
कार्रवाई के दौरान विवाद
अभियान के दौरान कई स्थानों पर मवेशी स्वामियों ने निगम टीम से विवाद किया। ब्रह्म रोड में विवाद इतना बढ़ा कि पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस हस्तक्षेप के बाद कार्रवाई जारी रही।
पुरानी योजना क्यों फेल हुई?
कुछ साल पहले खुले में मवेशी छोड़ने पर 2,000 रुपये प्रति मवेशी जुर्माना लगाया गया था। शुरुआत में कार्रवाई हुई, लेकिन योजना लंबी नहीं चल सकी। निगम की नई सक्रियता तभी सफल होगी, जब नियमित अभियान चलाए जाएं और गोठान जैसी स्थायी व्यवस्था बनाई जाए।