नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर। अंबिकापुर के नमनाकला में एक शादी उस समय टूट गई जब वर पक्ष ने विवाह स्थल पर दहेज की मांग रख दी। दहेज की मांग पूरी न होने पर वर सहित बारात वापस लौट गई। कन्या पक्ष ने मिन्नतें की लेकिन वर पक्ष ने नजरअंदाज किया। सामाजिक स्तर पर रिश्ते को बनाए रखने की हर कोशिश विफल होने के बाद इस घटना के संबंध में कन्या पक्ष की ओर से कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने दूल्हा, उसकी बहनों सहित सात लोगों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कर दी है।
जानकारी के अनुसार नमनाकला खटिकपारा निवासी भारती विश्वकर्मा का विवाह चिरमिरी हल्दीबाड़ी निवासी लालसाय के पुत्र राम प्रसाद उर्फ रवि के साथ तय हुआ था। चिरमिरी से बारात दुल्हन के घर के दरवाजे पर आई थी। विवाह की सभी प्रारंभिक रस्में आरंभ हो चुकी थीं। जयमाला भी हो चुकी थी और विवाह की मुख्य विधि शुरू होने वाली थी। इसी दौरान वर पक्ष के लोगों ने कन्या पक्ष के सामने दो लाख रुपये नकद, सोने की चैन, सोने की अंगूठी और एक चार पहिया वाहन की मांग रखी।
दूल्हा रामप्रसाद की बहनों मुन्नी, सीता, अनिता, संगीता, गीता और उसके जीजा विनोद ने कहा कि लड़का कालरी में नौकरी करता है। इकलौता है, यदि विवाह करना है तो उक्त सामान देना होगा। परिवार द्वारा असमर्थता जताने पर वर पक्ष के लोग विवाह स्थल छोड़कर चले गए। कन्या पक्ष ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला भी दिया लेकिन वर पक्ष कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था।
प्राथमिकी में आरोप है कि जाते समय वर पक्ष के लोगों ने कन्या व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी और गालियां भी दीं। घटना के समय उपस्थित लोगों ने पूरे विवाद को होते देखा और सुना। कन्या पक्ष की रिपोर्ट पर पुलिस ने वर सहित उक्त सात लोगों के विरुद्ध दहेज प्रतिषेध अधिनियम व गाली-गलौज, मारपीट की धमकी संबंधित धाराओं के तहत अपराध पंजीकृत कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।