अंबिकापुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। नगर में चल रहे मिशन अमृत का काम लगभग पूरा होने की ओर अग्रसर है, किंतु एक अरब से अधिक की राशि से पाइप लाइन बिछाने के काम में पुणे की तेजस कंपनी ने बड़ी लापरवाही बरती है, जिसका खामियाजा मानसून शुरू होने के बाद शहर के नागरिक भुगत रहे हैं। शहर के कई छोटी व तंग गलियों में पाइप लाइन बिछाने पक्की सड़क कांक्रीट की सड़क की खोदाई कर पाइप लाइन बिछाने के बाद उसे वैसी ही हालत में छोड़ दिया गया है। नियमानुसार जिस गली में या मुख्य सड़क में पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है, वहां पाइप लाइन बिछाने के तत्काल बाद या तो डामरीकरण या फिर कांक्रीट की सड़क खोदी गई है। इन सड़कों में तत्काल कांक्रीटीकरण का काम कराया जाना है, किंतु शहर की कई गलियों को खोदकर पाइप लाइन बिछाने के बाद कंपनी के जिम्मेदार लोग ध्यान ही नहीं दे रहे। पखवाड़े भर से शहर की कई गलियों में कांक्रीट की सड़क तोड़कर पाइप लाइन बिछाने के बाद कंपनी के जिम्मेदार नदारद है। ऐसे में लोगों को इन तंग गलियों में अपनी कार बाइक खड़ी करने के साथ आवागमन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के दरवाजे पर सीमेंट के बड़े-बड़े रोडे बिखरे हैं। इसका ताजा उदाहरण नगर के मिशन चौक प्रजापति गली है। यहां पखवाड़े भर पूर्व पाइप लाइन बिछाने की सड़क खोद दी गई। पाइप लाइन बिछाने के बाद जो मलवा निकला उसे खोदे गए स्थान पर ढक दिया गया और वैसा ही छोड़ दिया गया, उसे दोबारा सीमेंट से समतल नहीं किए जाने के कारण इस गली में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। बड़े-बड़े सीमेंट के रोड़े लोगों को मुसीबत में डाल रहे हैं। अपने दरवाजे पर लोग अपनी कार व बाइक तक खड़ी नहीं कर पा रहे। तेजस कंपनी की लापरवाही का केवल एक ही उदाहरण नहीं बल्कि शहर में कई ऐसे डामरीकरण वाली सड़कों को भी खोदकर छोड़ दिया गया है। सड़क किनारे कीचड़ इस बारिश में होने लगी है। नगर निगम के दबाव के बावजूद इस कंपनी के द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। कुछ दिन काम होने के बाद कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी भी बोरिया बिस्तर समेट कर वापस लौट जाएंगे, ऐसी स्थिति में शहरवासियों की समस्या को कौन दूर करेगा समझ से परे है। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी भी इस दिशा में पहल नहीं कर रहे शायद यही कारण है कि कंपनी ने शहर के नागरिकों को मुसीबत में डाल कर छोड़ दिया है।
देवीगंज मुख्य मार्ग में भी आएगी दिक्कत-
नगर के मुख्य देवीगंज मार्गो को लाकडाउन के दौरान बड़ी पाइप लाइन बिछाने मशीनों से खोदाई कराई गई। खोदाई के बाद पाइप लाइन बिछाया गया और आनन-फानन में मिट्टी डालकर उसे डामरीकरण कर दिया गया है। कई जगह सड़क बारिश का पानी पड़ने के बाद दब चुकी है। ऐसी स्थिति में आने वाले तीन महीने लगातार बारिश होगी तो इस बीच शहर की सड़क की हालत भी बिगड़ने लगेगी।