अंबिकापुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। देश की राजधानी नई दिल्ली तक सीधी ट्रेन सेवा का वर्षों पुराना सपना पूरा होते ही सरगुजा झूम उठा। इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए सरगुजा के अलावा सूरजपुर और बलरामपुर जिले से भी बड़ी संख्या में लोग अंबिकापुर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। अंबिकापुर से इस ट्रेन के रवाना होने तक 412 यात्रियों ने आनलाइन टिकट बुक करा ली थी। पहले दिन अंबिकापुर से 138 यात्रियों ने इस ट्रेन में यात्रा की जिसमें 98 यात्री हजरत निजामुद्दीन(नई दिल्ली)तक गए। ट्रेन के शुभारंभ के साथ ही इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों की उपलब्धता ने यह संकेत दे दिया है कि आने वाले समय में इस ट्रेन का नियमित संचालन करना जरूरी होगा।
पवित्र श्रावण मास का पहला दिन आदिवासी बहुल सरगुजांचल के लिए खुशियां लेकर आया जब अंबिकापुर से सजी-धजी ट्रेन हजरत निजामुद्दीन के लिए रवाना हुई। अंबिकापुर से देश की राजधानी नई दिल्ली तक सीधी ट्रेन उत्तर छत्तीसगढ़वासियों के लिए किसी सपने से कम नहीं था।यही वजह थी कि पिछले दो-तीन दिनों से ट्रेन को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह था। इंटरनेट मीडिया के विभन्निा् प्लेटफार्म के अलावा चर्चा में सिर्फ दिल्ली ट्रेन ही रहा। गुरुवार को वह शुभ घड़ी भी आई जब यह ट्रेन रवाना हुई। सरगुजा के अलावा सूरजपुर, बलरामपुर और कोरिया जिले से समाज के सभी वर्ग के लोग जब रेलवे स्टेशन अंबिकापुर पहुंचे तो प्लेटफार्म नंबर एक पर लाल रंग की बोगियों से सुसज्जित ट्रेन खड़ी थी। उमंग और उल्लासमय वातावरण में लोग ट्रेन के रवाना होने की प्रतीक्षा कर रहे थे। सुबह लगभग नौ बजे केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह, संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े की उपस्थिति में शुभारंभ समारोह आरंभ हुआ। संसदीय सचिव अपना उद्बोधन दे चुके थे और केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह अपना संबोधन दे रही थी तभी उत्तरप्रदेश के सहारनपुर से केंद्रीय रेलमंत्री अर्श्विनी वैष्णव वर्चुअल माध्यम से समारोह में शामिल हुए। महाप्रबंधक आलोक कुमार ने रेलमंत्री सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने दोबारा अपनी बातें रखी। केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह की बातों को सुनने के बाद रेलमंत्री अर्श्विनी वैष्णव ने अपना उद्बोधन आनलाइन ही दिया। उसके बाद हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। अंबिकापुर स्टेशन से ट्रेन के रवाना होते ही उसमें सवार यात्रियों के साथ कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने हाथ हिलाकर एक दूसरे का अभविादन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अर्श्विनी वैष्णव को आभार जताने नारे भी लगे। समारोह में अंबिकापुर के महापौर डा. अजय तिर्की, महाप्रबंधक आलोक कुमार, डीआरएम आलोक सहाय, राज्यसभा के पूर्व सदस्य रामविचार नेताम, पूर्व कैबिनेट मंत्री भैयालाल राजवाड़े, अनिल सिंह मेजर, पूर्व संसदीय सचिव सिद्धनाथ पैकरा, भाजपा जिलाध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, ओमप्रकाश जायसवाल, बाबूलाल अग्रवाल, पूर्व सांसद कमलभान सिंह, सरगुजा रेलवे संघर्ष समिति के संयोजक व पूर्व विधायक देवेर्श्वर सिंह, रजनी त्रिपाठी, प्रबोध मिंज, अंबिकेश केशरी, भारत सिंह सिसोदिया,आलोक दुबे, विनोद हर्ष, मुकेश तिवारी, राजकिशोर चौधरी, विर्श्वविजय सिंह तोमर सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व नागरिक मौजूद रहे। अंबिकापुर से रवाना होने के बाद ट्रेन का जिस स्टेशनों में ठहराव नहीं था वहां भी बड़ी संख्या में लोग प्लेटफ़ार्म पर खड़े थे। ट्रेन तेजी से प्लेटफार्म को पार कर रही थी और लोग नया ट्रेन आरंभ होने के उल्लास में डूबे थे।
ट्रेन में पहले दिन 412 यात्रियों ने कराई बुकिंग-
अंबिकापुर से हजरत निजामुद्दीन के लिए रवाना होने से पहले ट्रेन में यात्रा करने के लिए 412 यात्रियों ने आनलाइन बुकिंग कराई थी, इसमें से 138 यात्री अंबिकापुर शहर के थे, जिसमें से 98 ने सीधे निजामुद्दीन स्टेशन के लिए आनलाइन बुकिंग कराई थी। इन 412 यात्रियों में दिल्ली के लिए 306, मथुरा के लिए 27, ग्वालियर के लिए 26, आगरा के लिए पांच, झांसी के लिए 19 सागर के लिए 16, कटनी के लिए आठ और अनूपपुर के लिए पांच यात्रियों ने टिकट ली थी। इसके अलावा सामान्य टिकट लेकर भी यात्रियों ने ट्रेन में सफर किया। बता दें कि इस ट्रेन का परिचालन जनता की मांग पर हुआ है इसलिए राजस्व संग्रहण भी जरूरी होगा। राजस्व संग्रहण की समीक्षा भी होती है।
रेणुका के प्रयासों को रेलमंत्री ने सराहा-
केंद्रीय रेल एवं संचार मंत्री अर्श्विनी वैष्णव ने कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधति करते हुए नई ट्रेन के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका ऋृसह के प्रयासों की सराहना की।उन्होंने कहा कि इस ट्रेन के लिए जितना प्रयास रेणुका ऋृसह ने किया इसके लिए वे धन्यवाद की पात्र हैं।इस ट्रेन का श्रेय रेणुका ऋृसह,उनके सहयोगियों और क्षेत्रवासियों को जाता है।अंबिकापुर से दिल्ली तक ट्रेन की शुरुआत होने का श्रेय सरगुावासियों के क्कढ़ इच्छा शक्ति और धैर्य को जाता है। जनप्रतिनिधियां के साथ ही अनेक संगठनों, साहित्यकारों, गणमान्य नागरिकों ने काफी प्रयास किया है। सरगुा से झारखण्ड-कोलकाता रेलवे लाइन शुरू करने की दिशा में भी जल्द काम शुरू होगा। भारतीय रेल से जन-जन का जुड़ाव है।यह ट्रेन साधारण नहीं है बल्कि राजधानी ट्रेन के समान है। इसमें सारी सुविधाएं रहेंगी।
सरगुजा के सपनों की रेल आरंभ हो रही-रेणुका
केन्द्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने अंबिकापुर से दिल्ली तक रेल सुविधा की शुरुआत होने पर सरगुावासियों को बधाई देते हुए कहा कि हम सभी का वर्षों का सपना पूरा हुआ है। इस ट्रेन का परिचालन लगातार होगा इसमें कोई संशय नहीं है। यहां से पूरी सीट भरकर ट्रेन निकलेगी। उन्होंने कहा कि बिश्रामपुर में 1964 में रेलवे की शुरुआत हुई थी उसके 42 वर्षो बाद 2006 में अंबिकापुर से रेलवे सुविधा शुरू हुई। 1978 में रेल में एक कोच होती थी जिसका नाम लरंग साय के नाम पर रखा गया था। स्. लरंग साय ने सरगुा की जनता के लिए दिल्ली तक ट्रेन सुविधा उपलब्ध कराई थी। उस दौरान लोगों की जेब खाली थी फिर भी पूरी सीट भरकर जाती थी,आज मोदी सरकार के नए भारत में लोगों के पास सबकुछ है इसलिए ट्रेन की सीटें खाली नहीं रहेंगी। उन्होंने कहा कि सरगुजा के सपने की रेल आरंभ हो रही है। मैं भी इसी ट्रेन से दिल्ली जाने वाली थी लेकिन रेलमंत्री ने मुझे अंबिकापुर में रहने कहा था। उन्होंने कहा कि ट्रेन के बाद अब प्लेन भी चलाएंगे।
बिश्रामपुर में भी ट्रेन के स्टापेज की उठी मांग-
संसदीय सचिव एवं भटगांव विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने कहा कि काफी दिनों से इस ट्रेन की प्रतीक्षा सरगुजावासियों को थी जो आज समाप्त हुई। समस्त सरगुजावासियों ने काफी दिनों से प्रयास किया। अब सरगुजा अंचल के लोगों को दिल्ली जाने में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सूरजपुर और बैकुंठपुर में इस ट्रेन का ठहराव है। बिश्रामपुर एक ऐसा स्टेशन है जहां से देश के अनेक राज्य के यात्री आवागमन करते है। इस ट्रेन का ठहराव बिश्रामपुर में भी करने की बहुत आवश्यकता है।
सिंहदेव ने यात्रियों से मोबाइल पर की चर्चा-
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने अंबिकापुर- हजरत निजामुद्दीन ट्रेन के शुभारंभ के दौरान मोबाइल से कई यात्रियों से चर्चा की। उन्होंने लक्ष्मी नारायण हास्पिटल के संचालक डा. प्रतीक खरे के पिता सुरेश कुमार खरे के अलावा अन्य यात्रियों से भी चर्चा कर नई ट्रेन आरंभ होने पर बधाई दी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस ट्रेन का परिचालन आरंभ हो जाने से दिल्ली के अलावा कई शहरों से अंबिकापुर का सीधा संपर्क स्थापित हो गया है।
देवेश्वर सिंह के संघर्ष को किया याद-
केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि आजादी के बाद नए भारत में दिल्ली तक ट्रेन के लिए ढेरों प्रयास हुए। उन्होंने पूर्व विधायक और सरगुजा रेलवे संघर्ष समिति के संयोजक वयोवृद्ध देवेर्श्वर सिंह के संघर्ष को भी याद किया।उन्होंने कहा कि 20 वर्षों से वे समय-समय पर जनता के साथ रेल मंत्रालय के दरवाजे तक पहुंचते रहे। आज उनका भी सपना पूरा हुआ है। समूचे संभाग में उत्सव का माहौल है।
प्रधानमंत्री से की थी दिल्ली ट्रेन की मांग-
पूर्व विधायक व रेलवे संघर्ष समिति के संयोजक देवेर्श्वर सिंह ने नई दिल्ली तक सीधी रेल सेवा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रेल मंत्री अर्श्वनी वैष्णव का आभार जताया है। बता दें कि देवेर्श्वर सिंह लगातार ट्रेन सेवा आरंभ करने प्रयासरत रहे। कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब उनसे फोन पर बात की थी उस दौरान भी देवेर्श्वर सिंह ने अंबिकापुर से दिल्ली तक ट्रेन चलाने की मांग दोहराई थी। प्रधानमंत्री से उन्होंने निवेदन किया था कि आपके हस्तक्षेप से ही यह ट्रेन आरंभ हो सकती है। उन्होंने नई दिल्ली तक सीधी ट्रेन सेवा के लिए सभी के प्रति आभार जताया है।
केंद्रीय मंत्री को दिया पारितोषिक
जन सरोकार से जुड़ी एवं बहुप्रतीक्षित मांग अंबिकापुर से नई दिल्ली यात्री ट्रेन प्रारंभ होने पर बिश्रामपुर के वरिष्ठ नागरिक 69 वर्षीय गांधी चौधरी ने मंत्री रेणुका सिंह को 500 रुपये का पारितोषिक भेंट किया, और उन्हें अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि आपने एक बहुत ही ऐतिहासिक काम किया है और अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
अब अनूपपुर,कटनी से ट्रेन पकड़ने की जरूरत नहीं-
अंबिकापुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस के शुरू होने से न सिर्फ दिल्ली बल्कि और भी कई महत्वपूर्ण नगर अंबिकापुर से सीधी रेल सेवा से जुड़ गए है।पहले अंबिकापुर से दिल्ली की यात्रा के लिए अनूपपुर, कटनी आदि स्टेशनों से ट्रेन पकड़नी पड़ती थी । इस ट्रेन के शुरू होने से अंबिकापुर से देश की राजधानी दिल्ली के लिए सीधी रेल सेवा उपलब्ध हो गई है।
ढोल-नगाड़े की थाप पर झूमे नेताम-
अंबिकापुर स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन के लिए नई ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद यात्रियों के साथ जनप्रतिनिधियों में भी उत्साह नजर आया। कार्यक्रम के समापन के बाद स्टेशन परिसर में ढोल-नगाड़े की गूंज के बीच वहां से गुजर रहे राज्यसभा के पूर्व सदस्य रामविचार नेताम खुद को नहीं रोक पाए और भाजपा नेताओं के साथ जमकर थिरके। उन्हें नाचता देख बाकी नेता भी थिरकने लगे।
यात्रा से पहले सेल्फी लेने मची होड़-
दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन के लिए पहले दिन रवाना हुई ट्रेन में सवार होने वाले यात्रियों में यात्रा को लेकर बेहद उत्साह नजर आया। ऐसे यात्री नई ट्रेन में यात्रा करने के पल को जीवंत करने सेल्फी लेते नजर आए। कहीं महिला तो कहीं युवा अपनी-अपनी बोगी के सामने खड़े हो मोबाइल से सेल्फी ली और भीतर डिब्बे में प्रवेश किया।
बेटी से मिलने अब सीधी ट्रेन सेवा की बाधा दूर-
मैनपाट के कमलेश्वरपुर निवासी पूर्व शिक्षक कृष्णनंदन सिंह अंबिकापुर से दिल्ली के बीच शुरू नई ट्रेन के पहले सफर के साक्षी बने। उनकी पुत्री दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन में जनसंपर्क विभाग में कार्यरत हैं लेकिन उनसे मिलने की ललक में सीधी ट्रेन सेवा बाधा थी अब नई ट्रेन सेवा शुरू होने यह दिक्कत दूर हो गई। वे अंबिकापुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस के साधारण दर्जे के डिब्बे में सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हुए।