
अंबिकापुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का रंगारंग शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। उद्घाटन अवसर पर डा. कुमार विश्वास की कविता और गीत-गजलों ने श्रोताओं को बांधे रखा। लगभग एक घंटे की अपनी प्रस्तुति में डा. कुमार विश्वास ने राजनैतिक दलों पर कविताओं के माध्यम से भी तंज कसा। कार्यक्रम में उम्मीद से कम लोगों की मौजूदगी पर उन्होंने तंज कसते हुए इसे उत्तरप्रदेश के कांग्रेस के पक्ष में आए चुनाव परिणाम से जोड़ने में भी देरी नहीं की। कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने -
'' मैं अपने गीत गजलों से उसे पैगाम करता हूं,उसी की दी हुई दौलत उसी के नाम करता हूं,हवा का काम है चलना,दिए का काम है जलना,वो अपना काम करती है,मैं अपना काम करता हूं '' गीत से किया। इसके बाद उन्होंने धाराप्रवाह कविताओं का पाठ किया। श्रोताओं के आग्रह पर उन्होंने - '' कोई दीवाना कहता है, क ोई पागल समझता है '' की भी प्रस्तुति दी।
इसके पहले खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, विधायक कुलदीप जुनेजा के साथ डा. कुमार विश्वास हेलीकाप्टर से मैनपाट पहुंचे। यहां से वे सीधे कार्यक्रम के मुख्य मंच पर पहुंचे। मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के मुख्य आतिथ्य में किया गया। मंत्री भगत ने कहा कि मैनपाट महोत्सव की भव्यता और आकर्षण दिनों दिन बढ़ती जा रही है। यह महोत्सव केवल पर्यटन और मनोरंजन के लिए ही नहीं है बल्कि इससे मैनपाट के विकास को गति देने के लिए आयोजित होता है। मैनपाट महोत्सव विकास के नए माडल की अवधारणा को परिलक्षित करती है। यही कामना है कि यह आयोजन होते रहे और मैनपाट विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता रहे। पर्यटकों की सुविधा के लिए आने वाले समय मे मैनपाट में हवाई पट्टी बनेगा जिसे हवाई मार्ग से भी आना-जाना होगा। लुंड्रा विधायक डा. प्रीतम राम ने कहा कि क्षेत्रवासी महोत्सव का भरपूर आनंद उठाएंगे। आने वाले समय में मैनपाट की भव्यता और बढ़ती जाएगी। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर छतीसगढ़ खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा, छत्तीसगढ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव, पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले, मुख्य वन संरक्षक अनुराग श्रीवास्तव, जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार लंगेह उपस्थित थे।
कुमार ने अपनी कविताओं से जीता दर्शकों का ''विश्वास''
प्रख्यात कवि डा. कुमार विश्वास ने मैनपाट महोत्सव के पहले दिन शुक्रवार को अपनी चिर परिचित अंदाज में कविता पाठ शुरू की तो दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से जोरदार अभिनंदन किया। उनकी वाक्तृत्व कला ने दर्शकों का विश्वास जीता और कविता की हर पंक्ति ने खूब ताली बटोरी। डा. विश्वास ने जब स्वयं से दूर हो तुम भी स्वयं से दूर हैं हम भी कविता की पंक्ति गीत के माध्यम से सुनानी प्रारंभ की तो दर्शक हाथ उपर उठाने लगे। वहीं बहुत मशहूर हो तुम भी बहुत मजबूर हैं हम भी अतः मजबूर हो तुम भी पर भी दर्शकों की तालियां मिली। इसके बाद कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है, गीत पर दर्शकों पर मानो दीवानगी छा गई। कवि डा. विश्वास ने अपने एक घंटे के कार्यक्रम में मैनपाट की खूबसूरती तथा सरगुजा के ऐतिहासिकता से अभिभूत होते हुए यहां कई बार आने की इच्छा व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्यों पर भी अपने अंदाज में कविता के माध्यम से प्रकाश डाला और खूब तंज भी कसे।
कलेक्टर ने सरगुजिहा में दिया उद्बोधन-
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने सरगुजिहा में स्वागत उद्बोधन में कहा कि मैनपाट महोत्सव में इस बार प्रदेश और देश के नामचीन कलाकारों की प्रस्तुति होगी वहीं सरगुजिहा संस्कृति और विभागीय योजनाओं से संबंधित स्टाल भी लगाए गए हैं जो सैलानियों को आकर्षित करेंगे। इसके साथ ही पहाड़ी कोरवा सम्मेलन, एडवेचर स्पोर्टस, कुश्ती का आयोजन किया जाएगा।
चुनाव जीतो न जीतो अपने नेता को तो प्यार करो-
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर भी डा. कुमार विश्वास व्यंग्य करने से नहीं चुके। कविताओं के बीच-बीच में वे अपनी व्यंग्यात्मक वाक्यों से श्रोताओं को हंसाने से भी पीछे नहीं रहे। कई मौके ऐसे आए जब उन्होंने कार्यक्रम के अतिथियों पर भी तंज कसा। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार, एक मंत्री सहित कई जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी पर उन्होंने कहा कि-चुनाव जीतो न जीतो अपने नेता को प्यार तो करो यार॥
जब खाली कुर्सियों पर भी सुना दी कविता-
आयोजन स्थल पर खाली कुर्सियां भी डा. कुमार विश्वास की कविताओं का हिस्सा बनी। कई बार उन्होंने श्रोताओं की कम उपस्थिति पर तंज कसा। कहा-किसी को रात पसंद है तो किसी को दिन। वे यह भी कहने से नहीं चूके कि जितनी सीटें मिली है वैसी ही स्थिति यहां भी है लेकिन मंत्री जी का कांफिडेंस भी गजब का है। उनके चेहरे की मुस्कुराहट कम नहीं होती है। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पतंजलि और स्वामी रामदेव को लेकर भी अपनी बात रखी।
एक दिन पर्याप्त नहीं है-
सरगुजा की गौरवशाली संस्कृति, सभ्यता, ऐतिहासिक महत्त्व और यहां की प्राचीन धरोहरों की डा. कुमार विश्वास ने खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह पुण्यभूमि श्री राम का ननिहाल है। वनवासकाल में श्रीराम का आगमन यहां हुआ है। रामगिरि की पर्वत है। महाकवि कालिदास की मेघदूतम की रचना स्थली है। यहां एक दिन के लिए आना पर्याप्त नहीं है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि मुझे यहां आने का फिर मौका मिले। दो -तीन दिन मैं यहां आकर सभी स्थानों का भ्रमण करूं।
शहर में भी सीधा प्रसारण-
कलेक्टर संजीव झा ने इस बार समारोह का सीधा प्रसारण अंबिकापुर शहर में भी कराया। इसके लिए तीन स्थानों पर एलइडी लगाई गई है। पहले दिन शुभारंभ से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण किया गया। दोपहर में तेज धूप की वजह से दर्शक तो नजर नहीं आए लेकिन शाम को शहर में ही लोगों ने मैनपाट महोत्सव का सीधा प्रसारण देखा।
ऐश्वर्या पंडित व अलका चंद्राकर आज जमाएंगे रंग-
महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को कई कार्यक्रम होंगे। इस दौरान मशहूर बालीवुड गायिका ऐश्वर्या पंडित एवं छत्तीसगढ़ी गायिका अलका चंद्राकर के द्वारा रंगारंग प्रस्तुति दी जाएगी। इनके अलावा स्तुति जायसवाल, स्वप्निल जायसवाल एंड पार्टी, लल्लु राज एवं साथी एवं राजेश मिश्रा पंखीड़ा फेम की प्रस्तुति होगी।