राजपुर। नईदुनिया न्यूज
बलरामपुर जिले के राजपुर नगर पंचायत क्षेत्र में स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण आरंभ हो जाने के बावजूद नगर पंचायत क्षेत्र में साफ-सफाई को लेकर अधिकारी-कर्मचारी उदासीन बने हुए हैं। शहर के प्रमुख मागोर् के अलावा गली मोहल्लों में जल निकासी की बेहतर व्यवस्था नहीं होने के कारण जाम नालियों का पानी सड़क पर बहता है। पिछले दिनों मुख्य सचिव आरपी मंडल ने संभागीय बैठक में सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों कल सुबह से ही अधिकारियों को साफ-सफाई के लिए निकलने का आदेश दिया था, लेकिन नगर पंचायत राजपुर क्षेत्र में इस आदेश की भी खुलेआम अवहेलना की जा रही है। साफ-सफाई की कमी के कारण जनसामान्य को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर पंचायत राजपुर क्षेत्र में 15 वार्ड है और शायद ही कोई ऐसा वार्ड है, जहां स्वच्छता के प्रति सजगता देखी जा रही है। इसके लिए सिर्फ नगर पंचायत प्रशासन ही नहीं बल्कि आम जनमानस भी दोषी है, जो नगरीय क्षेत्र में साफ-सफाई को लेकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। स्वच्छता अभियान के नाम पर हर रोज दर्जन भर से अधिक कर्मचारियों से साफ-सफाई करवाई जाती है, परंतु नगर पंचायत क्षेत्र में गंदगी फैली हुई है। यहां मुख्य मार्ग की नाली जाम होने के कारण नाली का गंदा पानी सड़क पर बहने से काफी परेशानी होती है। बस स्टैंड स्थित प्रवेश मार्ग में नाली जाम हो जाने से राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां हर रोज मां महामाया मंदिर में पूजा करने काफी नगरवासी जाते हैं, अशुद्ध परिवेश से होकर उन्हें जाना पड़ता है।
नगर पंचायत के मुख्यमार्ग व गलियों में जल निकासी के नाम पर नाली निर्माण कराई गई है और शासन की लाखों रुपये की राशि एक नाली निर्माण में खर्च की जाती है और सफाई में केवल खानापूर्ति की जाती है। बस स्टैंड पहुंच मार्ग पर प्रवेश करने पर लोगों को काफी परेशानी होती है, यहां कीचड़ से लोग परेशान होते है। वाहनों के फसने और दुर्घटना होने की संभावना भी बनी रहती है। सीएमओ पीतांबर सिंह धु्रवे ने कहा कि नाली जाम होने की जानकारी मिला है। एक-दो दिन के भीतर ही नाली साफ करा कर व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी।