नईदुनिया प्रतिनिधि अंबिकापुर । रेल सुविधा के मामले में पिछड़े उत्तर छत्तीसगढ़ में हवाई सेवा का सपना अब साकार हो गया है।लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अंबिकापुर के दरिमा स्थित एयरपोर्ट को उड़ान के लिए डायरेक्टर जनरल आफ सिविल एविएशन से लाइसेंस मिल गया है। हवाई सेवा आरंभ होने से उत्तर छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। उत्तर छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों तक देश - दुनिया के लोगों की पहुंच आसान हो जाएगी।चुनाव के दृष्टिकोण से भी भाजपा इसे बड़ी उपलब्धि के रूप में भुनाने में पीछे नहीं रहेगी।
उत्तर छत्तीसगढ़ ,ओडिशा, झारखंड ,उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश से लगा हुआ है। उत्तर छत्तीसगढ़ के जशपुर, बलरामपुर जिले आज भी रेल सुविधा से वंचित है। अंबिकापुर तक रेल सुविधा है। यहां से नई ट्रेनों के परिचालन की मांग लंबे समय से की जा रही है। यह मांग अभी भी अधूरी है।उत्तर छत्तीसगढ़ परिवहन सुविधा के मामले में सड़क मार्ग से जरूर समृद्ध है लेकिन रेल और हवाई सेवा में पिछड़े रहने को लेकर लोग राजनीतिक दलों को ही जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। पिछले पांच वर्षों में सरगुजा से नई ट्रेन तथा रेल लाइन विस्तार की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। सरगुजा संसदीय सीट के चुनाव में रेल और हवाई सेवा बड़ा मुद्दा रहा है।रेल सेवा में वृद्धि नहीं हो पाने के कारण क्षेत्र की जनता निराश थी। चुनाव से ठीक पहले डीजीसीए से उड़ान का लाइसेंस मिल जाने के बाद भाजपा इसे भुनाने के प्रयास में भी लगेगी। अलग-अलग माध्यमों से भाजपा हवाई सेवा का प्रचार प्रसार आरंभ कर चुकी है।
रेल सुविधा में भी पिछड़ा है सरगुजा
उत्तर छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहर अंबिकापुर से बनारस, प्रयागराज जैसे शहर की दूरी 300 से 350 किलोमीटर है लेकिन सड़क मार्ग के अलावा कम समय की रेल सुविधा आज तक उपलब्ध नहीं हो सकी है। प्रदेश की राजधानी रायपुर तक जाने के लिए भी ट्रेन से 10 से 12 घंटे लग जाते हैं। ऐसे में हवाई सेवा सरगुजांचल के लिए बेहद जरूरी थी। वर्तमान में अंबिकापुर - बिलासपुर तथा अंबिकापुर - रायपुर का रूट निर्धारित है.यात्रियों की उपलब्धता के अनुरूप भविष्य में अंबिकापुर से बनारस तथा अंबिकापुर से प्रयागराज तक भी हवाई सेवा आरंभ हो सकती है।
एयरलाइन कंपनियां आई तो तत्काल मिलेगी अनुमति
दरिमा से उड़ान के लिए लाइसेंस मिल जाने के बाद अब डीजीसीए के अधिकारियों की स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक होगी। इस बैठक में यात्रियों की उपलब्धता को लेकर चर्चा होगी। वर्तमान में निर्धारित हवाई रुट के अनुरूप हवाई सेवा आरंभ होगा लेकिन भविष्य में यात्रियों की संख्या बढ़ाने और एयरलाइन कंपनियों की रुचि के अनुरूप की सेवा में और विस्तार हो सकेगा। एयरपोर्ट के अधिकारियों की माने तो लाइसेंस मिल जाने के बाद यदि कोई एयरलाइन कंपनी किसी नए रूट पर ट्रेन परिचालन की अनुमति मांगने आती है तो उसे शहर से दिया जाएगा। ऐसी कंपनियों का उत्तर छत्तीसगढ़ में स्वागत भी है।
सरगुजा के विकास को मिलेगी गति
सरगुजा कलेक्टर विलास भोस्कर ने दरिमा एयरपोर्ट से उड़ान के लिए लाइसेंस मिल जाने को सरगुजा के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि सरगुजा के लिए आज का दिन आनंदित करने वाला है। महीनों की कड़ी मेहनत के बाद डीजीसीए से लाइसेंस मिल जाने से हवाई सेवा का रास्ता साफ हो गया है।उन्होंने बताया कि उत्तर छत्तीसगढ़ में मैनपाट के अलावा प्राकृतिक रूप से समृद्ध दर्जनों स्थल हैं।यहां की नैसर्गिक खूबसूरती भी हवाई सेवा आरंभ होने से देश- दुनिया तक पहुंचेगी। बाहर से पर्यटकों के आने से रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।सरगुजा में विकास को नहीं गति मिलेगी।