
नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर: कांग्रेस से निष्कासित आदिवासी नेता और पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने कांग्रेस में गुटीय कलह को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को भाजपा कभी नहीं हराती। कांग्रेस के लोग ही कांग्रेस को हराते हैं। कांग्रेस के लोगों में निपटो-निपटाओ का खेल बंद हो जाए तो फिर से सरकार आ जाएगी।
पूर्व विधायक बृहस्पत यहीं नहीं रुके। उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को लेकर कहा कि वे अच्छे नेता हैं। उनकी सोच छत्तीसगढ़ का नेता बनने की है, लेकिन उनकी मानसिकता सरगुजा संभाग से बाहर नहीं निकल सकी है। वहीं बृहस्पत के बयान पर टीएस सिंहदेव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
सिंहदेव ने कहा, 'चलिए उन्होंने मुझे अच्छा नेता तो कहा। निपटो-निपटाओ के बयान पर सिंहदेव बोलें कि बृहस्पत सिंह बिल्कुल ठीक कह रहे हैं। उन्होंने अनुभव किया होगा। वे विधायक थे। पिछली सरकार में भी विधायक थे। कोई नई बात वे नहीं कर रहे हैं।'
बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बृहस्पत सिंह रामानुजंगज विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए थे। कांग्रेस शासनकाल के अंतिम दिनों में पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव से उनका मनमुटाव सार्वजनिक हो गया था। पिछले चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिली थी। साथ ही कांग्रेस से उन्हें निष्कासित कर दिया गया था।
वहीं अब कई महीनों बाद बृहस्पत सिंह मीडिया के सामने आए। अंबिकापुर में उन्होंने कहा, डॉ. रमन सिंह की सरकार के समय राहुल गांधी ने आदिवासी नेताओं को दिल्ली बुलाया था। उस बैठक में उन्होंने यह जानना चाहा था कि वे कौन से कारण हैं, जिससे कांग्रेस सालों से छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में भी सत्ता में नहीं आ पा रही है।
इस पर उन्होंने जवाब दिया था, 'मैंने राहुल गांधी से कहा था कि आप वरिष्ठ नेताओं को ठीक कर दीजिए, कांग्रेस फिर सरकार में आ जाएगी।' बृहस्पत ने कहा कि मुख्यमंत्री की एक कुर्सी होती है, एक ही व्यक्ति उस कुर्सी पर बैठ सकता है लेकिन सभी वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, जो संभव नहीं है। टीएस सिंहदेव अच्छे लीडर है। छत्तीसगढ़ का नेता बनने की सोच रखते हैं लेकिन उनकी मानसिकता सरगुजा संभाग से ऊपर नहीं उठ पाई है।
उन्होंने कहा कि अभी चुनाव में समय है। वे चुनाव लड़ेंगे, किस पार्टी से लड़ेंगे, टिकट मिलेगी या नहीं, इन सब बातों का वर्तमान में कोई मतलब नहीं है। जैसी परिस्थिति होगी ,जैसा समय होगा उसी अनुरूप सब तय किया जाता है साथ ही उन्होंने कि विधायक जीतकर आएंगे तब तो सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री तय करने का अवसर मिलेगा। आपस में निपटाने और एक-दूसरे की छवि खराब करने में लगे रहेंगे तो स्थिति अनुकूल नहीं रह सकती।
बृहस्पत सिंह के कांग्रेस में वापसी को लेकर एक सवाल के जवाब में सिंहदेव ने कहा कि, बृहस्पत सिंह ने मुझ पर आरोप लगाया था कि मैं उनकी हत्या कराना चाहता हूं। इसके बाद बात आई कि उन्होंने विधानसभा में इसे लेकर माफी मांगी, लेकिन बाद में बृहस्पत सिंह ने कहा कि उन्होंने माफी नहीं मांगी है।
सिंहदेव ने कहा यह अलग बात है लेकिन सचिन बाबा (वीरभद्र सिंह) का निधन जिन परिस्थितियों में हुई है, इस मामले में सचिन बाबा के परिवार वाले उन्हें कांग्रेस में वापसी के लिए स्वीकार कर लेंगे तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी।
वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में टिकट कटने को लेकर पूछे गए सवाल पर बृहस्पत ने कहा , 'देखिए टिकट तो मेरा क्या कई लोगों का कट चुका है। टीएस सिंहदेव का भी टिकट कट चुका था इसी कारण वे दो पत्ती चिन्ह से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। बृहस्पत ने कहा कि मेरा ही नहीं खेलसाय सिंह, डॉ. प्रेमसाय सिंह, तुलेश्वर सिंह जैसे कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ भी यह हो चुका है। राजनीति में कटना, बंटना, टिकट मिलना यह सब चलता रहता है। समय और परिस्थिति के अनुरूप निर्णय लेना पड़ता है।'
पूर्व विधायक ने छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के कामकाज पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, पिछले लगभग दो साल में सरकार के पास उपलब्धियां बताने के लिए कुछ नहीं है। बार-बार मोदी की गारंटी का राग अलापा जाता है। यह गारंटी क्या सड़कों पर गड्ढा खोदने और खराब सड़कों को लेकर है कि आज रामानुजंगज क्षेत्र के लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग छोड़कर वैकल्पिक वाड्रफनगर के रास्ते अंबिकापुर जाना पड़ता है, क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत खराब है।