सूरजपुर (नईदुनिया न्यूज)। सूरजपुर जिले के नवपदस्थ कलेक्टर संजय अग्रवाल ने नईदुनिया से खास बातचीत में कहा कि सरकार के मंशानुरूप जिले को विकास के शिखर पर स्थापित करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। शासन की जन हितैषी योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन कराने हर संभव प्रयास किया जाएगा। जिले वासियों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने जिला प्रशासन संकल्पित है। जनप्रतिनिधियों व नागरिकों से समन्वय स्थापित कर जिले का चौतरफा विकास किया जाएगा। पहली बार जिला कलेक्टर के पद की जिम्मेदारी संभाल रहे आइएएस संजय अग्रवाल ने नईदुनिया से बातचीत की।
सवाल- पहली बार कलेक्टर का दायित्व संभाल रहे हैं। कैसा महसूस कर रहे हैं।
जवाब- बहुत जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से दायित्व को निभाने की चुनौती। शासन ने मुझे यह दायित्व सौंपा है। इसका पूरी क्षमता से निर्वहन करने की कोशिश करूंगा।
सवाल- यहां आने से पहले आपकी क्या योजना थी। 350 किलोमीटर सफर तय करते वक्त सूरजपुर जिले के लिए आप क्या सोच रहे थे।
जवाब- विकास की ओर अग्रसर होता जिला है। काम करने का स्कोप है। जिले के परिवेश को समझ कर स्थानीय लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य योजना बनाकर कार्य करने की जरूरत है। प्रशासनिक तंत्र को संवेदनशीलता एवं टीम भावना से कार्य करने के लिए प्रेरित कर जिले को विकास की दिशा में ले जाना होगा।
सवाल-सूरजपुर विकसित होता जिला है। विकास की अपार संभावनाएं हैं। आपकी प्राथमिकता क्या होगी।
जवाब- शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं को जमीनी धरातल पर क्रियान्वित कराना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। जिले में शैक्षणिक सुविधाओं का विस्तार करने के साथ ही उद्यानिकी एवं फसलों के क्षेत्र का विस्तार करना है। जिले में औद्योगिक एवं खनन परियोजनाओं की समय सीमा में स्थापना से जिले में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यही मेरी प्राथमिकता होगी।
सवाल- कलेक्टर से जिला वासियों को काफी उम्मीदें रहती हैं। उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने आप क्या करेंगे।
जवाब- शासकीय योजनाओं के जमीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन के जरिए जिला वासियों की उम्मीदों पर निश्चित खरा उतरूंगा। मेरी कोशिश होगी कि लोगों को शासकीय योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
सवाल-निचले स्तर के अधिकारियों की कार्यप्रणाली से अक्सर लोग ना खुश रहते हैं। इन पर कसावट लाएंगे क्या।
जवाब- ऐसा नहीं है अधिकांश अधिकारियों की कार्यप्रणाली संतोषजनक रहती है। किसी अधिकारी की बार-बार शिकायत आने पर उसे समझाइश देकर कार्य करने का निर्देश दिया जाएगा। उसके बाद भी सुधार नहीं आने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। निचले स्तर पर प्रशासकीय तंत्र को सतत मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से तथा अनुशासन के साथ ही जनता के प्रति संवेदनशील होकर कार्य करने का निर्देश देकर प्रशासनिक कसावट लाने की कोशिश की जाएगी।
सवाल-कोरोना संक्रमण की आशंका एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है। इसके रोकथाम के लिए आपकी क्या योजनाएं है।
जवाब-इसके लिए पहले से ही बेहतर व्यवस्था संचालित है। लोगों की जागरूकता एवं प्रोटोकाल के पालन से ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम की सार्थक कोशिश की जाएगी। जिले में उपचार की व्यवस्था का जायजा लेकर उसे दुरुस्त किया जाएगा।
सवाल- जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर पाना मुश्किल होता है। आप कैसे समन्वय स्थापित करेंगे।
जवाब- जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए कार्य करते हैं। इस समझ के साथ कार्य करने पर समन्वय में कोई दिक्कत नहीं होती है। साथ ही स्थानीय विकास एवं योजनाओं क्रियान्वयन में उनके सुझाव महत्वपूर्ण होते हैं। तालमेल से कार्य कर जिले का समुचित विकास करने की कोशिश की जाएगी।
सवाल- जिला प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। ऐसे में पर्यटन के क्षेत्र में आपकी क्या योजना है।
जवाब- जिला वन संपदा से परिपूर्ण है जिले में पर्यटन हेतु चिन्हित क्षेत्रों में आवश्यक सुविधाओं का विस्तार करने के साथ ही पर्यटन से रोजगार के अवसर उत्पन्न् करने की योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा। पर्यटन सुविधाओं का विस्तार करने के लिए शासन के सहयोग से उत्कृष्ट कार्य करने की कोशिश की जाएगी।
सवाल- एक व्यक्तिगत सवाल, आपकी पढ़ाई कहां हुई। आप कैसे संघर्ष कर आइएएस बने। युवाओं को क्या सलाह देना चाहेंगे।
जवाब- मैंने अपनी पढ़ाई छत्तीसगढ़ के साथ ही चेन्न्ई से पूरी की है। वर्ष 1999 से शासकीय सेवक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा हूं। मैंने नौकरी की शुरुआत मनेंद्रगढ़ से की है और विभिन्न पदों पर रहकर छत्तीसगढ़ की जनता का सेवा करने का अवसर मुझे मिला है। प्रशासकीय तंत्र के महत्व का एहसास संभवत मिलेगी यह प्रेरणा का स्रोत बना और मैं शासकीय सेवक के रूप में छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा कर रहा हूं।
सवाल- चुनावी वर्ष है। ऐसे में आपके सामने काफी चुनौतियां होंगी। ऐसी चुनौतियों से निपटने आपकी क्या योजना है।
जवाब-शासन के निर्देश पर नियमानुसार एवं ईमानदारी से कार्य करने में कोई चुनौतियां आड़े नहीं आती है। सभी से समन्वय बनाकर विकास करना मेरी प्राथमिकता है। चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग के निर्देश पर की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा भी मैंने कर ली है।
सवाल- आप जिले के नागरिकों के लिए क्या संदेश देना चाहेंगे
जवाब- शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में आम जनता का सहयोग अपेक्षित है। साथ ही नई योजनाएं बनाने हेतु उनके सुझाव भी आमंत्रित हैं। जिले के लोग अपनी समस्याओं से मुझे अवगत कराएं, मैं समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास करूंगा। जिले के विकास में जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम लोगों का भी सहयोग अपेक्षित है।