नईदुनिया न्यूज, भैयाथान: प्रकाश इंडस्ट्रीज द्वारा भास्करपारा में कोयला खदान खोले जाने हेतु सर्वेक्षण सहित जन सुनवाई पूरी हो चुकी है, हालांकि खदान अभी तक नहीं खुली है लेकिन इलाके में ठग गिरोह सक्रिय हो गए हैं जो लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठग रहे हैं। भैयाथान क्षेत्र सहित कई अन्य सीमावर्ती जिले के कई लोगों ने प्रकाश इंडस्ट्रीज के कार्यालय में आकर लगभग तीन हजार आवेदन जमा कर दिए हैं। दलाल इसी का फायदा उठाकर लोगों के मेहनत की गाढ़ी कमाई पर चपत लगाने में जुट गए है। भैयाथान क्षेत्र मे भास्करपारा कोयला खनन परियोजना के अंतर्गत वर्ष 2021 मे प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड को केन्द्र सरकार से स्वीकृति मिली है। हालाकि कंपनी ने अभी तक कोयला खनन प्रारंभ नही किया है।
इधर खदान में कंप्यूटर ऑपरेटर, गार्ड, माइनिंग सरदार सहित मजदूर की नौकरी पाने के चक्कर में हजारों लोगों ने केवरा स्थित इंडस्ट्रीज के कार्यालय में आवेदन के साथ अपना बायोडाटा बीते एक माह से जमा किया है। माइंस एरिया के आसपास के लोग केवरा स्थित कंप्यूटर दुकान में अपना बायोडाटा बनवाकर जमा कर रहे है। बताया जाता है शिव प्रसाद नगर आसपास के सक्रिय दलालों ने नौकरी लगाने हेतु दूर दराज क्षेत्र के लोगों को टारगेट कर फार्म भरवाए और कार्यालय में जमा करवाया है। कई लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए हैं। इसमे प्रतापपुर,जरही, भटगांव, बतरा, बिश्रामपुर,रामानुजनगर व कोरिया जिले के पांडवपारा, पटना क्षेत्र के लोगों की ज्यादा शिकायतें हैं। लोगों के बताए अनुसार उनकी नौकरी इसी परियोजना में लगाए जाने की बात पर उन्होंने धनराशि समर्पित कर दी। हालांकि पुलिस में अभी तक कोई शिकायत नही की हैं लेकिन नौकरी के नाम पर ठगी होने की चर्चा अब आम जन मानस में होने लगी है। बड़ी बात यह है कि सरकारी सेक्टर अथवा कारपोरेट सेक्टर में नौकरी उपलब्ध होने के लिए एक निश्चित प्रक्रिया अपनाई जाती हैं। सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद ही आवेदकों का चयन किया जाता है।
कंपनी ने वेकेंसी नही निकाली तो बायोडाटा क्यों जमा करने दिया-
अचरज की बात यह है कि कार्यालय में लगभग तीन हजार बायोडाटा जमा होने के बाद शनिवार को प्रकाश इडस्ट्रीज लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक राम जयपाल सिंह ने बताया कि हमारी कंपनी में अभी माइंस खुली नही है। जब माइंस खुलेगी तभी हमें कार्य करने वालों की आवश्यकता होगी। हमारी कंपनी की ओर से अभी नौकरी देने संबंधित कोई विज्ञापन जारी नही किया गया है न ही कंपनी के किसी कर्मचारी ने किसी को इस तरह का संदेश दिया है। हमारी खदान खुलेगी तब माइस एरिया के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।बड़ा सवाल है कि नौकरी के नाम पर बायोडाटा क्यों जमा किया गया।
इनका कहना
कंपनी की ओर से क्षतिपूर्ति या नौकरी संबंधी कोई भी प्रक्रिया नही की जा रही है। कोई आवेदन नही मंगाया गया है। इसलिए कोई भी व्यक्ति अपना आवेदन जमा न करें।
एके चतुर्वेदी
निदेशक प्रकाश इंडस्ट्रीज
भास्करपारा कोयला परियोजना