बलरामपुर (नईदुनिया न्यूज)। जिला मुख्यालय बलरामपुर के वार्ड क्रमांक तीन में सोमवार की रात प्रलोभन और बीमारी ठीक करने का दावा कर मत परिवर्तित कराए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। विश्व हिंदू महासंघ की कड़ी आपत्ति के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दंपती सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित सीमा होरो ( 35) विश्रामपुर थाना रंका जिला गढ़वा झारखंड ,उर्मिला लकड़ा (50) निवासी बरवा थाना रमकण्डा गढ़वा के अलावा तातापानी पुलिस चौकी के ग्राम लुरघुट्टा निवासी सनिता लकड़ा (30) उसके पति उमेश लकड़ा ( 35) तथा वार्ड क्रमांक तीन बलरामपुर निवासी सुरेश मिंज ( 30) के विरुद्ध छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रय अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी की गई है। विश्व हिंदू महासंघ का आरोप है कि बलरामपुर जिले में प्रार्थना सभा की आड़ में लंबे समय से मतांतरण का खेल चल रहा है।
बलरामपुर के वार्ड क्रमांक-तीन निवासी सुरेश मिंज के घर प्रार्थना सभा के नाम पर झारखंड और जिले के अन्य क्षेत्रों से आए लोगों द्वारा मतांतरण कराने की सूचना उनके नजदीकी लोगों ने विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष मनीष सिंह को दी थी। वे अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंच गए। घर में प्रार्थना सभा के नाम पर लोगों की भीड़ जुटाई गई थी। ईसाई मत का प्रचार प्रसार करने के साथ लोगों को मत परिवर्तन पर नकदी, बीमारी से मुक्ति के साथ बेहतर शिक्षा,स्वास्थ्य का प्रलोभन दिया जा रहा था। इस पर बलरामपुर के युवाओं ने आपत्ति की। इससे माहौल बिगड़ने लगा। पुलिस तक सूचना पहुंच जाने की भनक लगते ही बाहर से आए कुछ लोग अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। विवाद के बीच बलरामपुर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई। तीन महिलाओं समेत पांच लोगों को हिरासत में ले लिया गया। आरोपितों द्वारा पूछताछ में कोई संतोषजनक जबाब नहीं दिया जा रहा था। इधर मोहल्ले के ही राघव सोनी के अलावा विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष की ओर से थाना प्रभारी के नाम पर लिखित शिकायत की गई। इसमें प्रलोभन देकर भोले-भाले लोगों का मतांतरण कराए जाने का आरोप लगाया गया था। आरोपितों के पास से ईसाई मत से जुड़ी किताबों के साथ अन्य धार्मिक सामान बरामद किया गया है। इसका प्रचार प्रसार किया जा रहा था। हिंदू महासंघ ने इन पर नकदी और बेहतर जीवन का लालच देकर आदिवासियों का सुनियोजित तरीके से मतांतरण कराने का आरोप लगाया है। बलरामपुर थाना प्रभारी एनके त्रिपाठी ने बताया कि शिकायत के आधार पर सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह लगा आरोप
बलरामपुर के राघव सोनी ने पुलिस को अवगत कराया है कि सोमवार रात आठ बजे घर के पास खाना खाकर टहल रहा था। मोहल्ले के सुरेश उर्फ नट्टू के घर के पास किसी कार्यक्रम के आयोजन में भीड़भाड़ देख वहां गया तो पता चला कि घर में पूजा का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें बाहर से मेहमान भी आए हैं। पूजा अर्चना के नाम पर मिले आमंत्रण को स्वीकार कर राघव भी उनके घर में गया। कार्यक्रम जब शुरु हुआ तो झारखंड से आए लोगों ने सनातन धर्म को पाखंड और दिखावा बताते हुए हिन्दू देवी देवताओं के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग किया। आरोप है कि आरोपितों द्वारा ईसाई धर्म का प्रचार किया जा रहा था। प्रार्थना के चमत्कार के किस्से सुनाए जा रहे थे।
मतांतरण के लिए प्रलोभन
पुलिस से की गई शिकायत में राघव सोनी ने दावा किया है कि उसे ईसाई धर्म अपनाने के फायदे गिनाए गए। स्वयं मत परिवर्तन करने पर 15 हजार रुपये, पूरे परिवार सहित 50 हजार रुपये और पड़ोसियों का मत परिवर्तन कराने पर प्रति व्यक्ति के हिसाब से पांच हजार कमीशन और घर के बच्चों को विभिन्न मिशन संस्था में मुफ्त शिक्षा, मुफ्त इलाज, खाने पीने हेतु समय समय पर खाद्य सामाग्री एवं धर्म से जुड़ी किताबें सहित बहुत से अन्य सुविधाएं देने की बात कही गई। जब हिंदू महासंघ से जुड़े लोग वहां पहुंच गए तो राघव सोनी को आदिवासी एक्ट में फंसाए जाने की धमकी भी दी गई।