अंबिकापुर।(नईदुनिया प्रतिनिधि)। पति के दीर्घायु कामना का व्रत हरितालिका तीज व्रत महिलाओं ने सोमवार को उत्साह से रखा। 24 घंटे निर्जला रखकर इस महा कठिन व्रत को किया। जगह- जगह महिलाएं सामूहिक रूप से पूजा की सामग्री लेकर पहुंची और पूजा पाठ में लीन रहीं। अधिकांश महिलाओं ने दोपहर 12 बजे से पहले ही पूजन कर लिया था। पुरोहितों ने हरितालिका कथा का वाचन किया। कथा श्रवण करने बड़ी संख्या में महिलाएं जगह-जगह जुटीं। शहर में कई जगह वर्षों से एक साथ महिलाएं जुटतीं हैं। यहां भी उत्सव सा माहौल था। कई दिनों से पूजन की सामग्रियां व सुहाग की सामग्रियां खरीदने में महिलाएं जुटी थीं।
सुहागिन महिलाओं में हरितालिका तीज व्रत को लेकर काफी उत्साह था। बाजार में भी इस बार काफी रौनक थी। वर्तमान समय में मिलने वाले सभी ऋतु फलों को जुटाने में भी सुबह से परिवार के अन्य सदस्य लगे रहे।बाजार में कई दिनों से अच्छी भीड़ उमड़ रही थी।इस बार तृतीया तिथि के हस्त नक्षत्र पर दोपहर बाद से ही महिलाएं पूजा-अर्चना शुरू कर चुकी थीं। अधिकांश घरों में दोपहर में ही हरितालिका कथा का आयोजन हुआ। कई घरों में महिलाओं ने शाम को व्रत किया। 24 घंटे निर्जला उपवास रहने के बाद मंगलवार की सुबह व्रती महिलाएं व्रत का पारण करेंगी। पुरोहितों को दान पुण्य कर अन्न, जल ग्रहण करेंगी।
आज से शुरू होगा गणेशोत्सव
मंगलवार से गणेशोत्सव शुरू होने जा रहा है। भाद्रपद के चतुर्थी तिथि को वर्षों से गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित करने की परंपरा है। शहर के कई प्रमुख व सार्वजनिक स्थानों पर गणेश पंडाल तैयार किए गए हैं। विघ्नहर्ता की आकर्षक व सुंदर प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। विभिन्न गणेश उत्सव समितियां इस काम में लगी हुई हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक गणेश उत्सव की धूम रहेगी। बड़ी संख्या में इस बार प्रतिमाओं का निर्माण भी मूर्तिकारों ने किया है। हजारों की संख्या में छोटी,बड़ी प्रतिमाएं हाथों हाथ बिक रही हैं। विघ्नहर्ता गणेश की आकर्षक प्रतिमाएं छोटी सी लेकर बड़ी तक उपलब्ध हैं।इस बार गणेश प्रतिमा के दामों में भी कलाकारों ने बढ़ोतरी कर दी है बावजूद इसके आयोजन समितियां का उत्साह कम नहीं है। प्रशासन ने भी शहर में वह ग्रामीण क्षेत्र में गणेश उत्सव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने की तैयारी में है। शांति समिति की बैठक लेकर कलेक्टर ने व्यवस्था दुरुस्त करने व गणेश पूजन समितियां को सौहार्दपूर्ण तरीके से गणेश उत्सव मनाए जाने कहां है। 10 दिनों तक गणेश उत्सव की धूम रहेगी। जगह, जगह भोग भंडारे का भी आयोजन चलेगा। पूरा माहौल उत्साह और उमंग में डूबा रहेगा। शहर में जगह-जगह गणेश पंडाल को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है।