अंबिकापुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में अलंकार ग्रीन्स में आयोजित भूले बिसरे संगीत समिति के सुनहरी गीतों के कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ नागरिक आरएन अवस्थी, साहित्यकार तपन बनर्जी, रायपुर के साहित्यकार जयन्त थोरात, कुलदीप सिंह कथूर, विजय इंगोले ने सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। सुनहरी यादों समूह की वंदना दत्ता ने 2009 से निरंतर इस ग्रुप के आयोजन की विस्तृत जानकारी दी व अतिथियों का स्वागत किया। समूह की वरिष्ठ कलाकार संतोष पांडे ने, तेरा मेरा प्यार अमर, फिर भी मुझको लगता है डर, की शानदार प्रस्तुति दी। डा. पुष्पा सोनी ने अपने पिया की मैं तो बनी रे जोगनिया और जया तिवारी ने दिल तो है दिल का एतबार क्या कीजे गाकर दर्शकों की तालियां बटोरी। लगातार चल रहे संगीत के कार्यक्रम में वरिष्ठ गायक निरेंद्र प्रताप सिंह ने दिल का सुना साज तराना ढूंढेगा, विजय गुप्त ने हाय तब्बसुम तेरा, विनोद अग्रवल ने डमडम डिगाडिगा की प्रस्तुति दी जिसे सभी ने बहुत पसंद किया। रास बिहारी मिश्रा ने न हम तुम्हे जाने न तुम हमे जानो की सुमधुर प्रस्तुति दी। वंदना दत्ता ने दिल अपना और प्रीत पराई। मीना वर्मा ने बाबूजी धीरे चलना। रेखा इंगोले ने जब चली ठंडी हवा गाकर दर्शकों का मनोरंजन किया। अतिथि कलाकारों में पद्मनाभ शर्मा, संजीव वर्मा, पीएस परिहार ने भी पुराने सदाबहार गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए युगल गान की प्रस्तुति के लिए वरिष्ठ कलाकरों को आमंत्रित किया। विजय गुप्त, वन्दना दत्ता ने मस्ती भरा है शमां। डा. पुष्पा सोनी और मीना वर्मा ने हंसता हुआ नूरानी चेहरा और रेखा इंगोले और वंदना दत्ता ने तुमको पिया दिल दिया इतनी नाज से गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। संचालिका संगीता तिवारी के बेहतरीन संचालन की सबने बहुत प्रशंसा की। संगीत पक्ष की शानदार प्रस्तुति वरिष्ठ कलाकार गुलाब अग्रवाल , अंजनी सिन्हा , इस्लाम खान, सन्तोष गुप्ता, मनोज प्रजापति, रिंकु वर्मा की संगत से गीतों को और भी बेहतरीन बना दिया। भूले बिसरे संगीत समूह अपने प्रेरणा गीत आइए बहार को हम बांट ले ,जिंदगी के प्यार को हम बांट ले,मिलकर रोये मिल के मुस्कुराए हम, अपनी जीत हार को हम बांट लें,से कार्यक्रम का समापन किया। वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रंजय स्वर्णकार, सतीश चन्द्र मिश्रा, विवेक दुबे, यशा इंगोले चौधरी, मुकेश अग्रवाल, निश्चल प्रताप सिंह, अजय सुल्तानिया, दीपक अग्रवाल, संगीता तिवारी, निरुपम दुबे एवं सभी समिति के कलाकारों का सहयोग रहा। कार्यक्रम में अजय इंगोले, वेदप्रकाश अग्रवल, प्रितपाल सिह अरोरा, राजेश मिश्रा, पंकज मुंजे, अख्तर हुसैन, जयेश वर्मा, नाजिम खान, आशीष पांडे, आकाश गुप्ता, संगीतकार लखन सिन्हा, विवेक मिश्रा,रंजन खेरपाण्डे,श्रद्धा खेरपाण्डे, चौती अग्रवाल, अनुभा डबराल, वंदना सिह, अलका इंगोले, दीपमाला सिंह, चेतना मुंजे, रुपाली पांडे अंजना परिहार, आह्ढचल पांडे, दीप्ति सिन्हा, रिया तिवारी, अमित तिवारी, डा. मंजू शर्मा, इला शर्मा, किरण गुप्ता, पारूल बनर्जी, लिली बसु रय, राजलक्ष्मी पांडे, गीता द्वेवेदी, नीलू गुप्ता, शीला सिन्हा, कविता शर्मा, मृदुल सिन्हा, नवीन, एवं अन्य दर्शक उपस्थित थे। आगामी कार्यक्रम भूले बिसरे संगीत समिति, युवा कलाकारों के द्वारा पुराने गीतों का करेगी। उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह का कार्यक्रम हमारे लिए बहुत आनंद दायक है। ऐसे कार्यक्रम हमेशा हमारे लिए होते रहना चाहिए।