छत्तीसगढ़ के बालोद की लखपति दीदी खिलेश्वरी बनेंगी दिल्ली के स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि
खिलेश्वरी देवांगन दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 'बिहान' अंतर्गत जय संतोषी स्व-सहायता समूह की सदस्य है। जिनका परिवार कुछ समय पूर्व मुख्यतः कृषि मजदूरी पर निर्भर था, किन्तु खिलेश्वरी देवांगन की परिवार को आगे बढ़ाने की ललक ने उन्हें एक नया मुकाम लखपति दीदी के रूप में मिला है।
Publish Date: Tue, 12 Aug 2025 05:31:48 PM (IST)
Updated Date: Tue, 12 Aug 2025 06:06:34 PM (IST)
छत्तीसगढ के बालोद की लखपति दीदी खिलेश्वरी देवी।HighLights
- खिलेश्वरी देवांगन जय संतोषी स्व-सहायता समूह की सदस्य है।
- परिवार कुछ समय पूर्व मुख्यतः कृषि मजदूरी पर निर्भर था।
- अब उन्हें एक नया मुकाम "लखपति दीदी" के रूप में मिला है।
रवि भूतड़ा, नईदुनिया न्यूज़, बालोद। ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ करने एवं स्वरोजगार से जोड़ने के लिए ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा "लखपति दीदी" पहल की संकल्पना की गई है। इसी तारतम्य में राज्य सरकार द्वारा इस परिकल्पना को पूर्ण करने हेतु सार्थक कदम उठाया जा रहा है। इसके तहत शासन के विभिन्न योजनाओं के माध्यम से विशेषकर महिलाओं एवं परिवारों को कौशल विकास एवं योजनाओं के अभिसरण से सूक्ष्म प्लान तैयार कर आय वृद्धि पर फोकस किया जा रहा है।
इसमें कृषि एवं कृषि संबद्ध गतिविधियों पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके कुछ बेहतर उदाहरण बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक के छोटे से ग्राम गब्दी में देखने को मिला है।
यहाँ की खिलेश्वरी देवांगन दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 'बिहान' अंतर्गत जय संतोषी स्व-सहायता समूह की सदस्य है।
इनका परिवार कुछ समय पूर्व मुख्यतः कृषि मजदूरी पर निर्भर था, किन्तु खिलेश्वरी देवांगन की परिवार को आगे बढ़ाने की ललक के कारण उन्हें एक नया मुकाम "लखपति दीदी" के रूप में मिला है।
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2 करोड़ से अधिक बैंक ऋण दिलाने में किया सहयोग
- सर्वप्रथम खिलेश्वरी देवांगन ने दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 'बिहान' से जुड़ने के पश्चात् महिलाओं का संगठन तैयार किया तथा वित्तीय साक्षरता सामुदायिक स्रोत व्यक्ति (एफएलसीआरपी) के रूप में चयनित होकर महिलाओं को वित्तीय साक्षरता प्रदान कर रही है।
इस कार्य के माध्यम से खिलेश्वरी देवांगन ने 2 करोड़ से अधिक की राशि अपने क्षेत्र के समूहों को बैंक ऋण दिलाने में सहयोग किया। इस सेवा हेतु मासिक 6 हजार 360 रुपये राशि मानदेय के रूप में प्राप्त हुआ है। इसके अलावा समूह की महिलाओं द्वारा खेती कार्य के साथ-साथ मुर्गीपालन, मछलीपालन, किराना दुकान, फैन्सी स्टोर्स गतिविधि प्रारंभ किया गया।
इस कार्य हेतु स्वयं के तथा एनआरएलएम अंतर्गत प्रदाय की जाने वाली सीआईएफ की राशि का उपयोग कर मुर्गी शेड का निर्माण, मुर्गी पालन हेतु ड्रिंकर फीडर की व्यवस्था हेतु किया गया।
अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनकर उभरी है खिलेश्वरी
- खिलेश्वरी दीदी बताती है कि उन्हें सभी गतिविधियों के माध्यम से कुल वार्षिक आय 4 लाख 60 हजार रुपये प्राप्त हुई है।
- इस प्रकार घर तक सीमित रहने वाली खिलेश्वरी देवांगन अपने दृढ़ इच्छाशक्ति एवं दीन दयाल अंत्योदय योजना (एनआरएलएम बिहान) के सहयोग से आज "लखपति दीदी" के रूप में पहचाने जानी लगी हैं।
- क्षेत्र की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर उभरी है। जिला पंचायत सीईओ सुनील कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि लखपति दीदी खिलेश्वरी देवांगन को इस 15 अगस्त को नई दिल्ली के लाल किला में आयोजित "स्वतंत्रता दिवस समारोह" के अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में आंमत्रित किया गया है।
यह जिले के लिए गर्व का विषय है। शासन की इस महत्वपूर्ण योजना का जमीनी स्तर पर हम बेहतर क्रियान्वयन कर पा रहे है इस दिशा में हम निरंतर प्रयासरत है।