सुहेला। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं बोर्ड की परीक्षा बुधवार से शुरू हो गई। पहला पर्चा हिंदी विशिष्ट का था, छात्रों ने इसे सरल बताया। परीक्षा हाल में घुसने से पहले परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र को लेकर भारी चिंता थी, लेकिन सरल पेपर होने से बच्चे मुस्कुराते हुए परीक्षा कक्ष में बाहर आए। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले साल बच्चों ने घर बैठे ही परीक्षा दी थी। लगभग दो साल के बाद बोर्ड की परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्रों पर अवसर मिला।
विकासखंड सिमगा के कुल 2517 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। जिसमें 1073 छात्र व 1444 छात्राएं हैं। जिसमें से 65 विद्यार्थी पहले दिन ही अनुपस्थित रहे। अंचल के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुहेला, रावन, शिकारी केसली, नयापारा भटभेरा, सर्वहित कारिणी पड़कीडीह, जांगड़ा और शांति देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुहेला में परीक्षा हुई। जिसमें लगभग 630 विद्यार्थियों ने परीक्षा दिलाई।
दो वर्ष बाद हुई आफलाइन परीक्षा : दो वर्षों बाद विद्यार्थी परीक्षा दिलाने के लिए विद्यालय पहुंचे जहां उनके चेहरों में उत्सुकता दिखी। उल्लेखनीय है कि पिछले 2 वर्षों से करोना संक्रमण के कारण हायर सेकंडरी की परीक्षा नहीं हो पाई थी। दो वर्ष बाद बोर्ड की पहली बार परीक्षा हो रही है जिसमें प्रश्न पत्रों की पद्घति को बदल दी गई है।
हायर सेकंडरी स्कूल सर्टिफिकेट की परीक्षा की पहले दिन हिंदी विषय का पेपर हुआ जिसे शिक्षकों ने सरल बताया। कोरोना के नियमों का पालन करते हुए विद्यार्थी मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग कर परीक्षा हाल में परीक्षा दिलाने बैठे। वहीं परीक्षा कक्ष में उपस्थित पर्यवेक्षकों ने भी कोरोना नियमों का पालन करते हुए मास्क का उपयोग किए।
नहीं पहुंचे उड़नदस्ता
अंचल के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रथम दिन किसी भी प्रकार का निरीक्षण करने के लिए कोई भी उड़नदस्ता टीम नहीं पहुंची। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुहेला के 2 छात्र, नयापारा में 3, शिकारी केसली में 1 रावन में 2 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। पहले ही दिन 12वीं की परीक्षा में सिमगा ब्लाक मे 65 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुहेला के विद्यार्थि भारती सोनवानी, गायत्री वर्मा, दिलेश्वरी बंजारे, महक बंजारे , महेश्वरी मधुकर ने कहा कि पेपर बहुत ही सरल था। 80 अंक में हमें 70 से 75 अंक मिलने की संभावना है।