सरसींवा। भारत सरकार के पिछड़ा वर्ग आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष का तीन दिवसीय दौरे में छत्तीसगढ़ आए हुए हैं। 22 से 24 सितंबर तक पिछड़ा वर्ग आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. भगवान लाल साहनी राष्ट्रीय सदस्य पिछड़ा वर्ग कौशलेन्द्र पटेल व पिछड़ा वर्ग से प्रतिनिधित्व करने वाले दिल्ली के राजेश यादव का आगमन छतीसगढ़ में हुआ।
पिछड़ा वर्ग की विभिन्ना समस्याओं का निराकरण करने व जानकारी लेने के लिए 23 सितंबर को पिछड़ा वर्ग के राष्ट्रीय प्रतिनिधियों द्वारा छतीसगढ़ के पिछड़ा वर्ग के सामाजिक पदाधिकारियों के साथ रायपुर में बैठक आयोजित किए। जिसमें छत्तीसगढ़ झेरिया यादव समाज के प्रदेशाध्यक्ष जगनीक यादव को भी बैठक में आमंत्रित किया। बैठक में जाति गत जनगणना पूरे देश में करने की मांग की गई। पिछड़ा वर्ग के लोगों को शिक्षा स्वास्थ्य व राजनीति में अनुसूचित जाति अनुसूचित जन जातियों की आरक्षण देने की मांग की गई। पिछड़ा वर्ग में क्रिमीलेयर को समाप्त करने की आवश्यकता महसूस की गई। क्रिमीलेयर में आगामी समय में वेतन से आय कृषि से आय को शामिल नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। 12 लाख तक के शुद्घ आय को क्रिमीलेयर में शामिल नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। प्रदेशाध्यक्ष जगनीक यादव ने छतीसगढ़ में निवासरत यादव समाज के रावत जाति को भारत सरकार के पिछड़ा वर्ग के केंद्रीय सूची में शामिल के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा।
बैठक में छतीसगढ झेरिया यादव समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष भगत सिंह यादव, प्रदेश सचिव सुन्दर लाल यादव, जिला अध्यक्ष महासमूंद राजू यादव, रायपुर महानगर इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष झंगलु राम यादव, वरिष्ठ सदस्य परदेशी राम यादव, रायपुर महानगर इकाई के कोषाध्यक्ष ईतवारी यादव सहित छतीसगढ के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों व पदाधिकारी शामिल हुए।