कटगी। दो बाइकों की आपस में टक्कर से एक युवक का सिर धड़ से अलग होकर 30-40 फीट दूर जा गिरा। जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। एक घायल को तत्काल बिलासपुर रेफर कर दिया गया, वहीं दूसरे का उपचार पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जारी है। घटना बुधवार की सुबह 9ः30 बजे के आसपास की है। बाइक चालक घायल नेवराबन्द निवासी राहुल जांगड़े पिता नारायण जांगड़े 19 वर्ष ने बताया कि वह गांव के ही संतोष सुमन पिता सुंदर साय सुमन 35 वर्ष के साथ बाइक से घर आ रहे थे। इसी दौरान मधुकर पेट्रोल पम्प के आगे उनकी भिड़ंत सामने से आ रही बाइक से हो गई। दूसरी बाइक को बिलारी निवासी गुलशन सतनामी पिता राम दयाल सतनामी 26 वर्ष चला रहा था। इस घटना में नेवराबन्द निवासी संतोष की दर्दनाक मौत हो गई। उसका सिर धड़ से अलग होकर लगभग 30-40 फीट दूर जा गिरा, जिसे देखकर वहां से गुजरने वाले सहम गए। सिर व धड़ दोनों से खून की धार बह रही थी। तत्काल इसकी सूचना स्वजन और पुलिस को दी गई। देखते ही देखते मौके पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मौके पर पहुंची पुलिस और स्वजनों ने शव को ऑटो से पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जबकि घायलों को इलाज के लिए हॉस्पिटल भेजा गया। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में ले लिया है।
ट्रक की ठोकर से काम पर निकली पूर्णिमा साहू की मौत
बुधवार को सुबह सरसींवा सरायपाली चौक पर मुड़पार निवासी पूर्णिमा साहू ( 23) की ट्रक की ठोकर से मौत हो गई । स्थानीय पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सरसींवा से महज 3 किलोमीटर दूर ग्राम मुड़पार निवासी पूर्णिमा साहू पिता दीनदयाल साहू 23 वर्ष रोज की तरह अपनी साइकल से सुबह 8.00 बजे सरसींवा खंडेलवाल ज्वेलर्स एवं कपड़े की दुकान में काम करने हेतु निकली थीं । सरसींवा दुकान के सामने पहुंचने पर ठीक उसी समय सरसींवा सराईपाली चौक के पास सराईपाली तरफ से आ रहे एक 12 पहिया वाला ट्रक ने पीछे से आकर जोर से टक्कर मार दिया जिससे घटनास्थल पर ही पूर्णिमा गिर गई जिसे वहां देख उपस्थित लोगों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसींवा में भेजा गया। लेकिन वहां कोई भी जिम्मेदार ड्यूटी में उपस्थित नहीं थे जिसके चलते पूर्णिमा साहू दर्द से तड़पती रही। एक घंटे बाद प्रारंभिक उपचार मिला, जिसके बाद बाद बिलासपुर सिम्स के लिए रेफर कर दिया गया। जहां रास्ते में पामगढ़ के पास उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद स्थानीय पुलिस थाना के टीआइ आरके साहू ने उक्त ट्रक के चालक गणेश्वर नायक को गिरफ्तार किया। जानकारी हो कि पूर्णिमा के परिवार में एक बूढ़े बाप के साथ ही तीन वृद्घ माताएं एवं दो छोटे छोटे भाई हैं । मृतका पढ़ाई के साथ ही दुकान में काम करके घर का खर्चा चला रही थी । अब घर वालों के सामने भरण पोषण की भी चिंता है । स्थानीय व्यापारियों, ग्रामीणों एवं परिजनों ने तत्काल शासन से मुआवजा राशि की मांग की है । सभी ने इस घटना पर दुख व्यक्त की है ।
.... तो बच सकती थी जान
स्वजनों ने सरसींवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा है कि दुर्घटनाग्रस्त पूर्णिमा साहू को अनेक स्थान पर चोट आई थी जिसका उपचार समय पर नहीं मिलने से वह दर्द से कराह रही थी। उसे एक घंटे के बाद में एक स्टाफ नर्स के द्वारा आकर दर्द का इंजेक्शन लगाया गया जिसके बाद उसे बिलासपुर सिम्स हॉस्पिटल रेफर किया गया। जानकारी हो कि एक घंटे देर से प्रारंभिक उपचार के बाद रेफर किया गया जिसके कारण मृतिका बिलासपुर नहीं पहुँच पाई, जबकि सरसींवा हॉस्पिटल में तुरंत एक घंटा पहले इलाज करके रेफर किया होता तो शायद पूर्णिमा बिलासपुर सिम्स हॉस्पिटल पहुंच जाती और उसका उपचार भी शुरू हो जाता जिससे शायद पूर्णिमा की जान बच सकती थी । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डा. मुकेश साहू ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त पूर्णिमा साहू के प्राइवेट पाइंट के साथ-साथ अनेक स्थानों में चोट आई थी। खून का रिसाव नहीं रुक रहा था जिसके कारण तत्कालिक उपचार कर उसे बिलासपुर सिम्स रेफर किया गया था ।