गुंडरदेही(नईदुनिया न्यूज)। क्षेत्र में हरुणा किस्म ( अर्ली वैरायटी ) के धान की फसल अब पक कर तैयार हो गया है। दशहरा पर्व के बाद किसान फसल की कटाई शुरू करेंगे। गुंडरदेही क्षेत्र के ग्राम खलारी, कलंगपुर, रजोली, भटगांव, बरबसपुर, कजराबांधा, फुंडा, अचौद, मोखा, चिचबोड़, बोदल, कुथरेल, मासुल, जरवाय, भाठागांव आर, जोरातराई, डोंगीतराई, खुटेरी, किलेपार, झोपरा, तवेरा, मचौद, भेंडरा, कसौंदा, राहुद, सकरौद, रेहची, कचांदुर, देवरी, साजा, अर्जुनी सहित अन्य ग्रामो में हरुणा किस्म के धान की फसल पूरी तरह पक कर तैयार हो जाएगी। उसके बाद किसान फसल की कटाई करेंगे, लेकिन राज्य सरकार द्वारा धान खरीदी के लिए अभी तक कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है, जिससे किसान चिंतित है।
गुंडरदेही ब्लाक के ग्राम रेहची के किसान कृष्णा तारम, हेमलाल देशमुख, गजा ठाकुर, कमलेश ठाकुर, बाला ठाकुर, ठाकुर राम कोसरे, अशोक मांडले, कामता जोशी, महावीर कोसरे, बंसत देशलहरे, शिव साहू, राम निवास साहू, तौखी गायकवाड, हरीश तारम, दिलीप ठाकुर, सहदेव ठाकुर ने कहा कि जिले के गुंडरदेही क्षेत्र के अधिकांश किसान हरुणा किस्म की धान की फसल की बुवाई किए हैं। अक्टूबर महीने के आखिरी दिनों में लगभग फसल पूरी तरह पक कर तैयार हो जाएगा। वहीं अक्टूबर महीने में ही हरुणा किस्म की धान की फसलों की कटाई हो जाएगी। लेकिन राज्य सरकार द्वारा अभी तक धान खरीदी के लिए कोई आदेश नहीं मिला है। धान खरीदी में विलंब होने के कारण किसानों को काफी दि-तों का सामना करना पड; सकता है बीते साल राज्य सरकार द्वारा धान खरीदी को एक महीना विलंब कर एक नवंबर के बजाय एक दिसंबर से धान खरीदी प्रारंभ की थी। धान खरीदी में देरी होने के कारण किसान धान कटाई व मिजाई के बाद भी फसल को खेत व खलिहान में रखने पर मजबूर थे।
15 नवंबर से की जाए धान खरीदी
किसानों ने कहा कि लगभग एक सप्ताह के बाद फसल की कटाई शुरू करेंगे। अक्टूबर माह में हरुना किस्म की 50% से भी ज्यादा फसलों की कटाई हो जाएगी। जिसको देखते हुए किसानों ने कहा राज्य सरकार को 15 नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ करनी चाहिए। क्योंकि पिछले वर्ष 1 दिसंबर से धान खरीदी होने के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडा था। धान मिजाई करने के बाद भी धान बिक्री नहीं होने के कारण किसान खेत एवं खलिहानों में धान की रखवाली कर रहे थे और औने पौने दाम पर धान को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।
धान खरीदी केंद्र में कोई तैयारी नहीं
किसानों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा अभी तक धान खरीदी का कोई दिशा निर्देश समितियों में नहीं आया है इसकी वजह से अभी तक खरीदी केंद्रों में भी कोई तैयारी नही हुई है। इससे साफ जाहिर होता है कि इस वर्ष भी धान खरीदी में देरी होगी।
बारदाने की हो सकती है परेशानी
किसानों ने कहा कि बीते वर्ष बारदाने की कमी के चलते राज्य सरकार के अनुसार किसानों ने अधिक दामों में बारदाना खरीद कर धान को बेचा था। परंतु राज्य सरकार द्वारा निर्धारित बारदाने की राशि अभी तक किसानों को नहीं मिला है। जिसको देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस वर्ष भी बारदाने की दिक्कत हो सकती है।
15 नवंबर से हो सकती है धान खरीदी
सूत्रों के मुताबिक किसानों की समस्या को देखते हुए इस बार राज्य सरकार द्वारा 15 नवंबर से धान खरीदी आरंभ की जा सकती है। ऐसे में किसानों को कुछ हद तक राहत मिलेगी। 15 नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ होने से किसानों को कोचियों के पास धान नहीं बेचना पड़ेगा।