स्वाधीन जैन-बालोद। कन्नेवाड़ा-पर्रेगुड़ा-बरही सड़क नवीनीकरण का कार्य हो रहा है। निर्माण कार्य में ठेकेदार की मनमानी सामने आई है। यहां पर सड़क के किनारे पटरी भराई में मुरुम की जगह मिट्टी डाला जा रहा है। साइड सोल्डर में मिट्टी डालने से सड़क कितने दिन तक टिकाऊ रहेगा इस पर संदेह है। जब सड़क का किनारा ही कमजोर होगा तो सड़क की गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्रामीणों में गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर रोष का माहौल है।
इसके अलावा कार्य मे कई अनियमितताएं देखने को मिल रही है। सड़क निर्माण में की जा रही गड़बड़ी को विभाग के फील्ड इंजीनियर द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में सड़क की मजबूती व गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कार्य की गुणवत्ता पर शुरू से सवाल उठते रहे हैं, लेकिन फील्ड अधिकारियों की लापरवाही के परिणाम स्वरूप गुणवत्ताहीन निर्माण बदस्तूर जारी है।
गुणवत्ता जांचने समय नहीं
गौरतलब है कि कन्नेवाड़ा-पर्रेगुड़ा-बरही सड़क का सात किलोमीटर तक नवीनीकरण का कार्य हो रहा है। सड़क निर्माण की लागत एक करोड़ दो लाख 48 हजार रुपये है। निर्माण कार्य का ठेका मेसर्स सिंघानिया इंटरप्राइजेस रायपुर को मिला है। निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग है। निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक में रख कर मुरुम की जगह मिट्टी का उपयोग किया जा रहा है। बावजूद इसके निर्माण एजेंसी के जिम्मेदार अधिकारी मौके पर जाकर गुणवत्ता जांचने गंभीर नहीं है।
एक ही बारिश में उखड़ जाएगी सड़क
निर्माणाधीन सड़क के किनारे मिट्टी डालने से सड़क जल्द ही उखड़ जाएगी। बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग के अधिकारी मौके पर कार्य की मानिटरिंग करने नहीं जा रहे हैं। घटिया निर्माण को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। ग्रामीणों ने बताया कि मिट्टी डालने से यह टिकाऊ नहीं रहेगा। ग्रामीण गुणवत्ताहीन हो रहे सड़क निर्माण की शिकायत कलक्टर से करने की तैयारी में है।
आंख मूंदे बैठे हैं अफसर
सड़क निर्माण के कार्य मे ठेकेदार द्वारा पीडब्ल्यूडी के नाक के नीचे यह कार्य किया जा रहा है। ठेकेदार की इस गफलत की जानकारी होने के बाद भी अफसर आंख मूंदे बैठे हैं। ऐसी क्या वजह है कि विभाग के आला अधिकारी ठेकेदार को मनमानी करने की छूट दे रखी है। अगर ऐसा ही हाल रहा तो विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत से करोड़ों की लागत से बन रही सड़क जल्द ही खराब हो जाएगी।
बिना अनुमति खोद रहे मिट्टी
ठेकेदार को पैसा बचाने का इतना धुन सवार हो गया है कि वह साइड सोल्डर में मुरुम की जगह तालाब के मेड़ की मिट्टी खोदकर डाल रहा है। तालाब पर्रेगुड़ा पंचायत की है। हाईवा के माध्यम से मिट्टी खोदकर ले जाई जा रही थी। अवैध रूप से मिट्टी खोदी जा रही है। हालांकि सूचना मिलते ही खनिज विभाग की टीम मौके पर पहुंची। तब तक ठेकेदार के गुर्गे भागने में कामयाब हो गए।
मुरुम का तो नामोनिशान नहीं: नेमीचंद
ग्रामीण नेमीचंद साहू का कहना है कि सेंट परसेंट मिट्टी डाली जा रही है। मुरुम का तो नामोनिशान तक नहीं है। काम सही नहीं हो रहा है, उबड़ खाबड़ बनाया जा रहा है। जांच होनी चाहिए।
अभी से उखड़ रही हैः लोमस
सांकरा (क) निवासी लोमस राम नेताम ने बताया कि मंत्री की घोषणा से सड़क बन रही है। पर्यटन स्थल आने-जाने की सड़क है। फिर भी ऊपरी दिखावे के हिसाब से सड़क बनाई जा रही है। सड़क अभी से उखड़ रही है। किनारे में मुरुम की जगह धूल भरी मिट्टी डाली जा रही है। इसकी जांच होनी चाहिए।
गुणवत्तायुक्त किया गया है कामः नाथ
एएस नाथ, एसडीओ पीडब्ल्यूडी बालोद ने कहा कि गुणवत्ताविहीन तो नहीं है काम। गुणवत्तायुक्त काम किया गया है। सिंघानिया ग्रुप द्वारा काम किया जा रहा है। अभी उसमें फिनिशिंग का कार्य बाकी है। अभी सोल्डर में मुरुम डालने का कार्य चल रहा है। उसको मुरुम डालने को कहा गया है। बीच में जो डाला है, उसको किनारे करने को कहा गया है।