बालोद। राशन दुकानों में राशन वितरण को लेकर की गई नई व्यवस्था के चलते कई राशन कार्डधारी परेशान है। बीते दिनों शुरुआत की गई इस नई ई पास मशीन में राशन कार्ड धारियों के थंब नहीं मिलने के कारण राशन लेने में दि-त हुई थी। खास तौर पर एक व्यक्ति वाले राशन कार्डधरी के थंब नहीं मिलने के कारण उन्हें नामिनी का सहारा लेना पड़ा है। जिले में ऐसे 1076 राशन कार्डधारी हैं जिन्हें नॉमिनी का सहारा लेकर राशन लेना पड़ रहा है।
सरकारी राशन वितरण करने जिले में 466 पीडीएस दुकानों का संचालन किया जा रहा है। इसमें शहरी क्षेत्र में 31व ग्रामीण क्षेत्र में 435 शासकीय उचित मूल्य की दुकानें हैं। राशन वितरण को लेकर शासन द्वारा 1 मार्च से नई व्यवस्था दी गई है। इस व्यवस्था के तहत दुकानों में रखी ई पास मशीन में थंब लगाया जाना है। थंब मैच होने के बाद ही उपभोक्ता को राशन दिया जाना है। इस व्यवस्था के तहत पूरे परिवार के किसी भी व्यक्ति का थंब मिलना चाहिए। मार्च व अप्रैल माह में इसी तरह के राशन वितरण की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान कई समस्याएं सामने आई।
किसी परिवार में जो मुख्य रूप से राशन लेने जाता है उसका थंब नहीं मिलने पर परिवार के दूसरे सदस्य को राशन लेने भेजना पड़ा था। इस तरह कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी एकल परिवार वाले राशन कार्ड धारी को हुई। ऐसे राशन कार्ड धारी का थंब नहीं मिलने पर उसे राशन लेने में परेशानी हुई। इसे देखते हुए शासन ने मार्च में ही नॉमिनी फॉर्म भरवा कर ऐसे व्यक्ति के निकटतम रिश्तेदार को नामिनी के रूप में चिन्हित कर उसे राशन दिया गया। इस तरह से पूरे जिले में 1076 ऐसे राशन कार्ड धारी मिले जिन्हें नॉमिनी बनाना पड़ा। इनका थंब मैच नहीं हो रहा था। अब इन्हें हर माह राशन लेने अपने नामिनी का सहारा लेना पड़ रहा है।
सर्वर व नेट की आ रही समस्या
राशन वितरण की नई व्यवस्था के तहत दी गई ई पास मशीन को चलाने के लिए कई राशन दुकानों में सही ढंग से नेट नहीं मिलता है। वही बार-बार सर्वर फेल हो होने की भी समस्या रहती है। इसके चलते भी राशन दुकान संचालक व राशन कार्ड जारी परेशान रहते हैं। लगातार शिकायत के बाद भी यह समस्या बनी हुई है शहरी क्षेत्र के राशन दुकानों में इस तरह की समस्या भले ही कम हो लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की समस्या आम है।
जिले में कुल 1076 नॉमिनी बनाए गए हैं। इन्हें राशन दिया जा रहा है। अभी तक किसी प्रकार की परेशानी किसी को नहीं हुई है और ना ही किसी प्रकार की शिकायत आई है। व्यवस्था लगातार दुरुस्त की जा रही है।
-एचएल बंजारे, जिला खाद्य अधिकारी बालोद