दल्लीराजहरा। जनमुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बताया कि वार्ड क्रमांक 13 का घोड़ा मंदिर क्षेत्र पूरी तरह अघोषित पार्किंग का स्थल बन गया है। जनप्रतिनिधि-अधिकारी सभी मौन है। कार्रवाई करने की बजाय चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रही है। जनमुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर शीघ्र ही कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन कर शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया जाएगा। साथ ही कोविड-19 कोरोना वायरस के नियमों का पालन कर आगामी दिनों में आंदोलन में जाने की रणनीति बनाई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि यहां भारी वाहनों के आने जाने से सड़क खराब हो गई है, जबकि शहर के भीतर भारी वाहनों का आना मना है। मेन रोड पर खड़ी भारी वाहनों (माइंस वाले) का चालान काटा जाता है, जिसके कारण घोड़ा मंदिर के आसपास सभी गाडी खड़ी रहती है, जिससे पैदल चलने वालों को परेशानी होती है।
वहीं, भारी वाहन घोड़ा मन्दिर स्थित पुल से गुजरता है, जो जर्जर स्थिति में है, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटनना हो सकती है। उल्लेखनीय है कि लगभग दो साल पहले इसी पुल पर दुर्घटना हुई थी, जिसमें आगे से भारी वाहन आ रहा था और एक युवक जो अपनी बाइक से जा रहा था, जो कि भारी वाहन आता देख उसका बैलेंस बिगड़ गया और वह पुल से नीचे गया, जिससे उसकी मौत हो गई थी। वहीं, इस रास्ता से धोबेदण्ड, कोंडेकसा और वार्ड 13,15,14,16,17 आने जाने का मुख्य मार्ग है और यहां के रहवासियों का निरन्तर आना जाना लगा रहता है। लेकिन भारी वाहनों की पार्किंग की वजह से लोग परेशान हैं।