बालोद। जिले के किसान अभी भी यूरिया की किल्लत से जूझ रहे हैं। लगभग महीने भर बाद सोसाइटियों में यूरिया पहुंच रही है लेकिन वहां भी कम मात्रा में पहुंचने के कारण किसानों में मारामारी की स्थिति है। हालत यह है कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए सोसाइटी में सीमित मात्रा में किसानों को यूरिया दी जा रही है ताकि सभी किसानों को मिल सके। ग्राम पैरी में मांग के अनुरूप आधी मात्रा में यूरिया पहुंची, सुबह से किसान ऋण पुस्तिका लेकर पहुंचे थे लेकिन आधे किसानों को ही वह भी एक एकड़ में एक बोरी के हिसाब से यूरिया खाद मिल पाई। इसे लेकर किसानों में जबरदस्त रोष है।
बालोद जिले के किसान आज भी यूरिया के लिए भटक रहे हैं। लगभग एक महीना पहले किसानों को यूरिया मिली थी। वहीं एक माह बाद आज जब सेवा सहकारी समिति पैरी में यूरिया आने की जानकारी किसानों को मिली तो सुबह से ही लगभग 200 किसान ऋण पुस्तिका लेकर सेवा सहकारी समिति में खाद लेने पहुंच गए थे। समिति प्रबंधक से मिली जानकारी के अनुसार मात्र 9 टन ,(200 बोरा) यूरिया ही सोसाइटी में आई थी, जबकि 18 से 20 टन यूरिया की मांग की गई थी। आधी मात्रा में यूरिया आने के कारण लगभग 80 किसानों को ही यूरिया मिल पाई, वह भी एक एकड़ में एक बोरी के हिसाब से। देर शाम तक यहां पर किसान यूरिया ले जाने जूझते रहे। कम मात्रा में यूरिया मिलने के कारण किसानों ने रोष जाहिर किया है। ग्राम पैरी के किसान रामेश्वर, प्रदीप साहू, लोमन साहू, रोमन साहू, रामकुमार, संतराम आदि ने बताया कि जितनी यूरिया की जरूरत है उतनी नहीं मिल रही है। इसके कारण परेशानी हो रही है। सोसाइटी में जाने के बाद आधी मात्रा में खाद पकड़ा दी गई, जबकि हमें एक एकड़ में कम से कम वर्तमान में दो बोरा यूरिया की सख्त आवश्यकता है।
खाद नहीं मिलने से उत्पादन को लेकर किसान चिंतित
पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिलने से किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। किसानों का स्पष्ट कहना है कि बीते दिनों हुई बारिश से वैसे भी फसल को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में यदि अभी पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं डालेंगे तो उत्पादन निश्चित रूप से प्रभावित होगा। यही वजह है कि किसान खाद के लिए भटक रहे हैं। ग्रामीण पन्नाा साहू का कहना है कि मजबूरी में किसान बाहर बाजार से अधिक दामों में खरीद रहे हैं। हालत यह है कि 267 रुपए की यूरिया 500 रुपए में मिल रही है। इसे लेकर किसान काफी चिंतित है।
व्यवस्था बनाने दी एक-एक बोरी खाद
खाद की कमी के चलते सोसाइटियों में भी प्रबंधकों को काफी मश-त करनी पड़ रही है। सभी किसानों को संतुष्ट करने हुए कवायद कर रहे हैं। सेवा सहकारी समिति पैरी के प्रबंधक लक्ष्मण साहू ने बताया कि 200 बोरी यूरिया मिलने के कारण व्यवस्था बनाने के लिए जितने किसान आए थे उनको एक एकड़ में एक बोरा के हिसाब से यूरिया खाद दी गई। सोसाइटी में डीएपी, पोटाश और सुपर फास्फेट का स्टॉक उपलब्ध है, लेकिन यूरिया नहीं मिल पा रही है।भाटा गांव सोसाइटी में भी यही हाल है
अफसरों का कहना डबल लाक में पर्याप्त मात्रा में है खाद
एक तरफ सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक खाद की कमी का रोना रो रहे हैं। वही डबल लॉक बालोद में काफी मात्रा में यूरिया का स्टाक होने के बात अफसर कह रहे हैं। डबल लॉक प्रभारी राहुल कुमार का कहना है कि 4 दिन पहले खाद की रेक आई है और पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है, जहां जहां मांग की गई थी उन सोसाइटियों में खाद भेजी जा रही है। किसानों को अब पर्याप्त मात्रा में खाद मिल जाएगी
रात आठ बजे तक हुआ वितरण
सेवा सहकारी समिति पैरी में काफी संख्या में किसानों द्वारा खाद लेने के लिए पहुंचने के कारण अव्यवस्था का आलम भी रहा। स्थिति यह रही कि रात आठ बजे तक किसान खाद ले जाने जूझते रहे। वहीं कई किसान बिना खाद लिए भी वापस हो गए। जिन किसानों को खाद मिली वह भी कम मात्रा में मिलने के कारण मायूस रहे। वहीं जो किसान खाद नहीं ले पाए वे भी नाराजगी रही।