बालोद। सोमवार को ग्राम जगन्नाथपुर में शराब की अवैध बिक्री तत्काल बंद करने की मांग को लेकर गांव की युवक- युवतियों ने कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपा हैं। इसके साथ ही गांव में अवैध शराब बिक्री को रोकने और गांव में शराब बेचने वालों को खदेड़ने का संकल्प भी लिया।
ज्ञापन में बताया गया कि ग्राम जगन्नाथपुर में शराब की अवैध बिक्री धड़ल्ले से चल रही है। जिसकी वजह से गांव की सुख शांति गुम हो गई है। शराब माफिया सुबह से ही गांव में कई खेप शराब लाकर शाम तक उᆬचे दामों में खपा लेते हैं।
इन माफियाओं व असामाजिक तत्वों की तादात इतनी हो गई है कि महिलाओं को अपने प्रतिदिन की गृह कार्य व कृषि कार्य के लिए तथा युवतियों को कालेज के लिए घर से बस स्टाप तक जाने के लिए जिस स्थान से होकर गुजरना पड़ता है। इन माफियाओं व शराबियों का जमावड़ा उन्ही रास्तों पर रहता है। जिस वजह से गांव की महिलाएं व युवतियां घर से निकलने से कतराती हैं। जिन बधाों के हाथों में किताबें होनी चाहिए वो हाथ में शराब की बोतले लिए फिर रहे हैं।
घरों में प्रतिदिन पारिवारिक हिंसा का माहौल
आरती देशमुख,चंचल देशमुख ने बताया कि शराब माफियां गांव के देहाड़ी मजदूरों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। गांव में ऊंचे दामों में शराब बेचकर ये अपनी आमदनी तो बढ़ा रहे हैं। लेकिन वे इन मजदूर परिवार वर्ग के लोगों को शराब का आदि बना दिये है। जिससे मजदूरी करने वाले अपनी मेहनत की कमाई शराब लेने में खर्च कर रहे है। ये मजदूर काम तो करते है लेकिन इसकी मजदूरी मिलते ही इन माफियाओं से 120 व 150 रुपये के दामों पर शराब लेकर हर रोज पीते हैं और नशे में धुत रहते है। इस हालत में अपने मेहनत और पसीने से कमाई हुई मजदूरी का मोल नहीं समझ पाते। जिसकी वजह से इनके घरों में चूल्हे तक नहीं जल पाते और बच्चे भूख से बिलखते हैं।
तो वही माताएं अपने बधाों को भोजन कराने के लिए चौखट-चौखट हाथ फैलाए भटकती रहती हैं। घरों में प्रतिदिन परिवारिक हिंसा का माहौल बना रहता है। गांव की युवक युवतियों ने गांव में हो रही अवैध शराब बिक्री पर त्वरित कार्रवाई कर इस पर रोक लगाने की मांग एसपी से की है। ज्ञापन सौंपने वालों में सरपंच अरुण साहू, चितेश्वर साहू, खिलेंद्र, कौशल, आरती देशमुख, चंचल देशमुख, खिलेश्वरी पटेल, भूमिका देशमुख, श्वेता,पार्वती, नेहा, चुनेश्वरी आदि शामिल थे।