
जगदलपुर (नईदुनिया)। 23 मार्च को शहीद दिवस पर नक्सलियों की दक्षिण बस्तर में अपने प्रभाव के गतिविधियां बढ़ने एवं आगामी 29 मार्च तक बंदी अधिकार सप्ताह मनाने की घोषणा को देखते हुए रेलवे ने एक सप्ताह तक जगदलपुर-किरंदुल के बीच यात्री ट्रेनें नही चलाने का फैसला लिया है। मंगलवार रात इस संबंध में जगदलपुर- किरंदुल के बीच स्टेशनों को जानकारी दे दी गई है।
पिछले दिनों नक्सलियों द्वारा दंतेवाड़ा जिले में किरंदुल रेलखंड में भांसी स्टेशन के समीप मालगाड़ी का इंजन जलाने की नक्सली घटना को ध्यान में रखकर यात्री सुरक्षा को लेकर रेलवे पूरी सतर्कता बरत रहा है। हालांकि इस दौरान किरंदुल रेलखंड में मालगाड़ियों का परिचालन जारी रखने की बात कही गई है।
बीते एक माह में दूसरी बार नक्सली खतरे की आशंका से रेल यात्री सेवा रोकी गई है। विदित हो कि जगदलपुर से किरंदुल के बीच डिलमिली से किरंदुल तक 120 किलोमीटर की रेललाइन को नक्सल प्रभावित माना गया है। विशाखापट्नम से किरंदुल के लिए दो यात्री ट्रेन चलती है। किरंदुल-विशाखापट्नम एक्सप्रेस नियमित गाड़ी है जबकि एक अन्य गाड़ी किरंदुल-विशाखापट्नम नाइट एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन चलती हैं। अब ये दोनों गाड़ी 23 से 29 मार्च तक किरंदुल की बजाय जगदलपुर से विशाखापट्नम के बीच संचालित होंगी।
अबुझमाड़ मैराथन के विरोध में नक्सलियों ने टांगा बैनर
नारायणपुर (नईदुनिया न्यूज)। विश्वप्रसिद्ध अबुझमाड़ पीस मैराथन का नक्सलियों ने विरोध किया है। उन्होंने पीस मैराथन के विरोध में पोस्टर टांग दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि जिला मुख्यालय नारायणपुर से बासिंग तक 21 किमी के हाफ मैराथन का उद्देश्य यहां मिलने वाली अपार खनिज संपदा को पूंजीपतियों को बेचना है। पुलिस ने पोस्टर हटा दिए हैं और प्रशासन पीस मैराथन की तैयारियों में जुटा हुआ है।
ज्ञात हो कि अति नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में बीते तीन साल से हाफ मैराथन दौड़ का आयोजन किया जा रहा है। इसका नाम अबुझमाड़ मैराथन दिया गया है। यहां हर साल देश विदेश के ख्यातिनाम मैराथन धावक भाग लेने पहुंचते हैं। हजारों की संख्या में दर्शक भी जुटते हैं। अबुझमाड़ बीते चार दशक से नक्सलियों का स्वतंत्र इलाका रहा है। मैराथन के आयोजन से यहां का माहौल बदला है। लोगों में आत्मविश्वास जागा है और हिंसा की घटनाओं में कमी देखी जा रही है। प्रशासन भी इस आयोजन को पूरे मनोयोग से कराता है। हर साल कुछ न कुछ नया करने का प्रयास होता है। इस आयोजन की ख्याति दिनोदिन बढ़ रही है।