जगदलपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रावघाट-जगदलपुर रेललाइन निर्माण को लेकर बस्तर रेलवे प्राइवेट लिमिटेड की ढुलमुल कार्यशैली और नगरनार स्टील प्लांट प्रभावित क्षेत्र में सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल के निर्माण पर एनएमडीसी राष्ट्रीय खनिज विकास निगम की उदासीनता का हिसाब दोनों कंपनियों के अधिकारियों को बस्तर के जनप्रतिनिधियों को देना होगा।
23 सितंबर को बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की यहां कलेक्टोरेट में होने वाली बैठक में एनएमडीसी के अध्यक्ष सह प्रबंधक निदेशक को बुलाया गया है। बस्तर रेलवे प्राइवेट लिमिटेड (बीआरपीएल) को भी बैठक में शामिल होने पत्र भेजा जा रहा है। उद्योग मंत्री कवासी लखमा एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष विधायक लखेश्वर बघेल की उपस्थिति में होने वाली इस बैठक में बस्तर संभाग के सभी विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष और जिला कलेक्टर शामिल होेंगे।
बस्तर के औद्योगिक विकास एवं प्रस्तावित परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा के नाम से होने जा रही बैठक में चर्चा के रावघाट-जगदलपुर रेललाइन और सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल के साथ एक दर्जन विषय एजेंडा में रखे गए हैं। ज्ञात हो कि इसके पहले इस तरह की बैठक 29 जून 2021 को जगदलपुर में हुई थी। उस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर एनएमडीसी के सीएमडी सुमीत देब और निदेशक तकनीकी सोमनाथ नंदी भी शामिल हुए थे।
नईदुनिया ने इस बैठक से संबंधित खबर 30 जून को प्रकाशित की थी। बैठक में अस्पताल के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई थी। प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने नईदुनिया को बताया कि तब काम जल्दी शुरू करने का भरोसा दिया गया था लेकिन बैठक के 14 माह बाद भी मामला जस का तस बना हुआ है।
239 करोड़ रुपये के अस्पताल भवन निर्माण प्रोजेक्ट को अभी तक स्वीकृति नहीं दी गई है। यह उदासीनता की पराकाष्ठा है। बैठक में नगरनार स्टील प्लांट की नौकरी में बेटियों के साथ भेदभाव पर भी अधिकारियों से मंत्री विधायक जवाब मांगेंगे।
रेललाइन पर काम शुरू करने में ढ़िलाई हो रही
प्राधिकरण के सदस्य एवं प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने नईदुनिया से फोन पर चर्चा में कहा कि रावघाट-जगदलपुर रेललाइन परियोजना पर काम को लेकर ढ़िलाई बरती जा रही है। विवादास्पद क्षेत्र को छोड़कर शेष हिस्से में निर्माण कार्य शुरू करने में कोई दिक्कत नहीं है। कोई कानूनी बाधा भी नहीं है।
लखमा ने कहा कि 23 सितंबर की बैठक में सीधा सवाल जवाब अधिकारियों से किया जाएगा। बस्तर के विकास को लेकर बस्तर रेलवे प्रायवेट लिमिटेड और एनएमडीसी दोनों को गंभीर होने की जरूरत है। अस्पताल के निर्माण को लेकर भी उदासीनता की स्थिति बनी हुई है।
बीआरपीएल के अधिकारी को बुलाएंगे
प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने नईदुनिया से चर्चा में कहा कि बस्तर रेलवे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी एनएमडीसी की सब्सिडरी है। रावघाट-जगदलपुर रेललाइन परियोजना के लिए इस कंपनी को बनाया गया है। कंपनी की लापरवाही के कारण बस्तर की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का काम लटका हुआ है।
बघेल ने बताया कि बीआरपीएल के उच्चाधिकारियोें को बैठक में बुलाया जा रहा है। बैठक में ही इनसे चर्चा की जाएगी कि आखिर देरी क्यों की जा रही है। अस्पताल को लेकर भी गंभीरता की जरूरत है लेकिन फिलहाल ऐसा अभी तक दिखाई नहीं दिया है।