बेमेतरा। कोरोना संक्रमण कम होने के 2 साल बाद गुरुवार को दसवीं बोर्ड की परीक्षा शुरू हुई। पहले दिन हिंदी विशिष्ट का पेपर हुआ। इस परीक्षा के लिए जिले में कुल 195 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। हिंदी के पेपर में छत्तीसगढ़ी में 4 नम्बर का एक प्रश्न पूछा गया कि-गुंगुवावत मया भभक जाए का क्या अर्थ है। जिसके जबाव में परीक्षार्थियों ने कहा कि दबा के लिखेन की जिनगी चमक जाए। इसी तरह कोठी म धान छलक जाए यह जिनगी फेर.... हो जाए। जैसे रोचक प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षार्थियों ने भी बेहतर ढंग से प्रश्नों के उत्तर का रोचक रूप में ही जबाव लिखे। परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों के चेहरे खिले नजर आए।
किसी भी केंद्रों में नकल के प्रकरण दर्ज नहीं हुए। सभी केंद्रों में शांति पूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्ना हुई। परीक्षार्थियों ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार हिंदी के सभी प्रश्न सरल पूछे गए थे। जिसे बनाने में आसानी हुई। परीक्षार्थीयो ने निर्धारित 3 घंटे के पहले ही सभी प्रश्नों के उत्तर हल कर उत्तरपुस्तिका जमा कर निकल गए। जिले में कुल 14144 परीक्षार्थियों में 13280 बधो परीक्षा में शामिल हुए वही 864 बधो अनुपस्थित रहे।
परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंचे डीईओ मिश्रा
परीक्षा की व्यवस्था व नकल के मामलों को रोकने उड़नदस्ता की टीम गठित की गई थी। उड़नदस्ता की टीम स्कूलों में पहुची। हालांकि कहीं भी नकल के प्रकरण नहीं मिले। इधर खुद जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा परीक्षा केंद्रों का दौरा करते रहे। इस दौरान उन्होंने परीक्षा केन्द्र बेरला, कुसमी, सांकरा, हसदा, भिंभौरी, खुड़मुड़ा, आनंदगांव, सहित अन्य परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान परीक्षा शांतिपूर्ण सुव्यवस्थित संचालित मिला। परीक्षा केन्द्र भवन मे प्रकाश, फर्नीचर, प्रसाधन, पेयजल व बैठक व्यवस्था बेहतर रहा। परीक्षा के उपरान्त द्वितीय पाली मे नवमी व ग्यारहवीं की कक्षाएं अनिवार्यतः संचालित करने के लिए निर्देशित किया गया।
पहली बार कोविड 19 के संबंध में निबंध लिखने पूछे पश्न
हिंदी के पेपर में पहली बार पिछले 2 साल से लोगों की जिंदगी के लिए घातक रहे कोरोना संक्रमण के बारे में भी प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षार्थियों से कोविड-19 को लेकर निंबध लिखने कहा गया था। यह प्रश्न 8 नम्बर का था। जिसको 250-300शब्दो में लिखना था। परीक्षार्थी रागिनी साहू, अनुष्का साहू ने बताया की पिछले दो साल से कोरोना बीमारी ने मानव जीवन को प्रभावित किया। कोरोना संक्रमण के बारे में विस्तार से उत्तर लिखने में आसानी हुई। इसी तरह जेबकतरा कहानी को विस्तार में लिखने व तुरतुरिया के क्यों प्रसिद्घ है प्रश्न पूछे गए थे।
कठिया हाईस्कूल में 6 अनुपस्थित रहे।
शासकीय उधातर माध्यमिक विद्यालय कठिया (रांका) में परीक्षार्थियों ने शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा दिलाई। केंद्राध्यक्ष ओपी टंडन ने बताया कि परीक्षा के पूर्व सेनीटाइज करने के बाद ही परीक्षार्थियों को केंद्रों में प्रवेश दिया गया। उन्होंने बताया कि कुल पांच कमरों में परीक्षा व्यवस्था की गई थी। कठिया हाईस्कूल में 10 वीं की परीक्षा में कुल 152 में से 146 परीक्षार्थियों परीक्षा में शामिल हुए। वही 6 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।