बेमेतरा(नईदुनिया न्यूज)। बेरला ब्लाक के ग्राम लावातरा(ढा) में जय मां शारदा सेवा व झांकी समिति द्वारा अयोजित छत्तीसगढ़ लोक कला महोत्सव में विधाक आशीष छाबड़ा शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति हमारी धरोहर है, जिससे छत्तीसगढ़ की पहचान न केवल भारत वर्ष में अपितु विदेशो में भी है। ऐसे आयोजनों से छत्तीसगढ़ के सुदूर अंचल में रहने वाले कलाकारों को मंच प्रदान होता है। गांव में भी इस तरह का वृहद आयोजन होना अपने आप में गौरव की बात है। प्रदेश में जब से भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने हैं, तब से प्रदेश की खुशहाली, एकजुटता, विकास हमारी बोली भाखा को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की समृद्घ संस्कृति की परंपरा सदियों से चली आ रही है। जमीन से जुड़ी व मिट्टी की सुगंध और संस्कृति से सराबोर को बचाए रखना हमारी जवाबदारी है। जिले में बहुत से प्रसिद्घ लोक कलाकार हुए हैं, जिन्होंने लोक कला के माध्यम से प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोक कलाकारों के संरक्षण एवं संवर्धन का काम कर रही है।
इस दौरान विधायक ने कहा कि 40 वर्षो पुरानी मांग आज पूरा हुई है। लावातरा से सिलघट पहुंच मार्ग के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के आशीर्वाद से राज्य शासन से पांच करोड़ 82 लाख रुपये की स्वीकृती मिली और आज सिलघट से लावातरा पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। साथ ही लावातरा के आश्रित ग्राम नवागांव में सुगम सड़क योजना अंर्तगत 40 लाख रुपये की लागत से दो पहुंच मागोर् का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इस दौरान उन्होंने मुख्य मार्ग से आंगनबाड़ी पहुंच मार्ग निर्माण कार्य 20 लाख रुपये का भूमिपूजन भी किया। सरपंच गीता रामसिंग वर्मा की मांग पर विधायक आशीष छाबड़ा ने सांस्कृतिक मंच निर्माण कार्य के लिए दो लाख रुपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर हीरा वर्मा अध्यक्ष जनपद पंचायत बेरला, रामेश्वर देवांगन अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेसबेरला, पूजा टिकहरिया सभापति जनपद पंचायत बेरला, चंद्रविजय धीवर, संध्या अनिल टिकहरिया, संगीता नायक, नीलम राजू सिंह, खेमलाल वर्मा, प्रवीण चंद सुराणा,चंद्रशेखर परगनिहा,शिवा चंद्रवंशी,संजय वर्मा,कल्याणी टिकहरिया, बिरेंद्र बर्छिया, जोईधाराम, काशी वर्मा, पीलू निषाद, परमेश्वर निषाद, नकुल निषाद, कुंभकर्ण विश्वकर्मा, नरोत्तम वर्मा, हनीफ मोहम्मद, कृष्णा चतुर्वेदी, बबली सोनवानी, डेविड महिलांग, हनुमान वैष्णव आदि उपस्थित थे।