नईदुनिया प्रतिनिधि, भिलाई: ग्राम जंजगिरी निवासी राजकुमार यादव (20) की हत्या के मामले में पुलिस ने एक अपचारी बालक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन जुलाई 2025 की रात्रि डुण्डेरा-मोरिद मेनरोड नहर के पास राजकुमार यादव के सिर, सीने एवं शरीर के अन्य स्थानों पर धारदार नुकीले हथियार से वार कर उसे घायल कर दिया गया था। उपचार के दौरान राजकुमार की अस्पताल में मौत हो गई थी। उतई पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू की।
विवेचना के दौरान पुलिस ने आसपास क्षेत्र के लोगों से पूछताछ की। इस पर एक व्यक्ति ने बताया कि घटना दिनांक की रात वह मोरिद से डुण्डेरा जाने वाले मार्ग पर पैदल आ रहा था। इस दौरान स्कार्पियो सवार लोगों ने लूट की नीयत से उसे दौड़ाया था। घायल राजकुमार यादव ने भी अपनी मौत से पहले पुलिस को स्कार्पियो वाहन सवार लोगों के संबंध में बताया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अभिषेक झा ने बताया कि पुलिस ने घटना स्थल क्षेत्र के लगभग 150 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज एवं लगभग 1500 मोबाइल नंबरों का परीक्षण किया। इसके बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंची।
मामले में पुलिस ने रामनगर कुम्हारी निवासी आरोपित लोकेश सारथी उर्फ भांचा (19), राजकिशोर वैष्णव उर्फ छोटू (20), खुर्सीपार निवासी उमेश टण्डन (19), तीन दर्शन मंदिर छावनी निवासी निखिल ठाकुर उर्फ विक्की चौधरी एवं एक अपचारी बालक को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपित लोकेश सारथी ने बताया कि वह, राजकिशोर उर्फ छोटू, आकाश उर्फ हड्डी देवार, महाराजा देवार, उमेश टण्डन स्कार्पियों गाड़ी से मोरिद आ रहे थे। इस दौरान रास्ते में स्कूटी वाला अकेले दिखा जो रुककर मोबाइल से बात कर रहा था।
आरोपी लोकेश, महाराजा देवार एवं आकाश उर्फ हड्डी ने गाड़ी से उतरकर उसका मोबाइल छीनने का प्रयास किया। स्कूटी सवार ने मोबाइल देने से मना किया तो आरोपी उसके साथ हाथापाई करने लगे। स्कूटी सवार भारी पड़ने लगा तो स्कार्पियो में बैठे तीन और लोग नीचे उतरे। महाराज देवार ने पेचकश से स्कूटी सवार राजकुमार यादव के छाती पर वार किया। आकाश ने अपने पास रखे चाकू से उसके पैर व पेट आदि हिस्सों पर वार किया। देखते ही देखते सभी आरोपी राजकुमार पर टूट पड़े।
हाथमुक्का से मारपीट कर मोबाइल एवं नगद रकम लूटकर भाग निकले। भागते समय आरोपियों ने रास्ते में धौराभाठा मोड के पास हाईवा के ड्राइवर से गाली गलौज कर,चाकू दिखाकर उसका मोबाइल एवं पर्स लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर उनके कब्जे से मोबाइल, घटना में प्रयुक्त हथियार एवं स्कार्पियो वाहन को जब्त कर ,आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपितों द्वारा घटना के पूर्व योजना बनाई गई थी। पैसों की जरूरत होने पर सूने रास्तों को चिह्नित कर प्लानिंग बनाकर इनके द्वारा पूर्व में छिन्तैई की छोटी-छोटी घटनाएं घटित गई थी, जिसकी रिपोर्ट पीड़ितों द्वारा थानों में नहीं की गई थी। घटना के पूर्व पैसों की जरूरत होने पर आरोपी निखिल ठाकुर ने अपनी मां का मोबाइल फोन तीन हजार रुपये में गिरवी रखकर महाराजा देवार को दिया था, ताकि घटना के पूर्व पैसों की जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके। पुलिस ने बताया कि आरोपी लोकेश सारथी, महाराजा देवार, राजकिशोर, आकाश उर्फ हड्डी का पुराना अपराधिक रिकॉर्ड है।