भिलाई (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ट्विनसिटी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व बुधवार को मनाया गया। मंदिर और घरों में श्रद्घालुओं ने विशेष पूजा अर्चना की। मुख्य आयोजन अक्षय पात्र सेक्टर-6 में हुआ। यहां श्रीकृष्ण की लीलाओं का मंचन किया गया। आधी रात 12 बजे प्रभु के जन्म होते ही मंगल गीत गूंजने लगे वहीं ढोल भी बजे। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर में अन्य कोई कार्यक्रम नहीं हुए।
ट्विनसिटी में जन्माष्टमी पर्व पर भगवान कृष्ण के अलौकिक प्रेम के गीत, भजन और संगीत पर श्रद्घालु थिरकते रहे। आधी रात होते ही मंदिरों से प्रभु के जन्म पर गाए जाने वाले मंगल गीत की ध्वनि गूंजने लगी। अक्षय पात्र, ब्रज मंडल सेक्टर-6, एचएससीएल कॉलोनी सेक्टर-6, सुपेला स्थित कर्मा भवन, राधिका नगर सुपेला, दुर्ग के महेश कॉलोनी स्थित राधाकृष्ण मंदिर, बैगा पारा स्थित गोपाल मंदिर, पुलगांव, सेक्टर-2 आदि जगहों पर विभिन्न आयोजन हुए।
हरे कृष्णा मूवमेंट अक्षय पात्र द्वारा भगवान कृष्ण की लीलाओं का मंचन किया गया। प्रभु को शाम को नौका विहार कराया गया। इस दौरान भगवान कृष्ण एवं राधा का झूला झुलते हुए बनाई गई झांकी भी आकर्षण का केंद्र रही। कई अन्य झांकियां भी सजाई गई थी। महिलाओं ने भजन संध्या में श्रीकृष्ण की मनमोहक भजन की प्रस्तुति दी। पूजा अर्चना के बाद तोड़ा व्रत
विभिन्ना स्थानों पर प्रभु श्रीकृष्ण की झांकियों की लोगों ने पूजा अर्चना की। श्रद्घालुओं ने व्रत रखा और देर रात भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने के बाद प्रसाद ग्रहण किया। सेक्टर-6 अक्षय पात्र में शाम को भजन संध्या के बाद रात्रि 10.30 बजे आरती की गई। रात्रि 12 बजे भगवान के जन्म होते ही जयकारे के बाद श्रद्घालुओं ने ढोल बजाया। श्रद्घालुओं ने भगवान कृष्ण और राधा की मूर्ति को रेशम की डोर से झूला पर झूलाया।
लड्डू गोपाल का महाभिषेक, दामोदर स्त्रोत का पाठ
फोटो कोमल
सेक्टर-6 ब्रज मंडल गीता भवन स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी पर परंपरा अनुसार सुबह सात बजे विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। श्रम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अशोक शर्मा सपत्नीक एवं अनिल कुमार मित्तल महाप्रबंधक बीएसपी ने भगवान के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल का महाभिषेक किया। मंदिर में श्रद्घालुओं के दर्शन-पूजन करने को लेकर शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए व्यवस्था की गई थी। श्रद्घालुओं का थर्मल स्कैनिंग कर उन्हें सैनिटाइज करने के अलावा नाम-पता भी दर्ज किया गया। महाभिषेक के पश्चात पांच विद्वानों ने श्रीमद् भगवत गीता और दामोदर स्त्रोत का सस्वर पाठ किया गया। डॉ. आरके मंगल एवं संजय जैन, शशि तोमर, भावना तोमर ने भगवत गीता की आरती की। शाम चार बजे महिला भजन मंडली ने भजनों की प्रस्तुति की। शाम सात बजे मंदिर में नियमित संध्या आरती तत्पश्चात मध्य रात्रि भगवान कृष्ण के जन्मोपरांत विशेष अभिषेक और कुंज बिहारीजी की आरती की गई।
कार्यक्रम में राकेश कुमार यदुवंशी, राहुल वार्ष्णेय, सूरज मंगला, प्रदीप वर्मा, उदय ढवले, शील कुमार राघव, दिलीप वर्मा, संजय शर्मा, विरेंद्र कुमार शर्मा, अतुल पांडेय, राधेश्याम शर्मा, अतवीर सिंह राघव, भवनेश दीक्षित, एमपी सिंह, हरीश आदि उपस्थित थे।
----
राधा-कृष्ण की वेशभूषा में सजे बच्चे
श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति भिलाई द्वारा रिसाली दशहरा मैदान में आयोजन किया गया। यहां पर बच्चे राधा-कृष्ण की वेशभूषा में पहुंचे। जानवी एवं अराध्या ने प्रभु श्री कृष्ण एवं राधा का रूप धरा था। इस दोनों की भी पूजा अर्चना की गई। महिला समिति द्वारा की भजन प्रस्तुति दी गई। समिति के अध्यक्ष जगनीक यादव ने भगवान श्री कृष्ण के 16 रूपों की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि पग-पग पर संघर्ष करने की प्रेरणा भगवान कृष्ण के जीवन दर्शन से मिलती है।
महिला प्रकोष्ठ की रजनी रजक, कीर्ति लता वर्मा, रूपा साहू, निशा साहू ने भी महिमा का बखान किया। इस दौरान सतीश यादव, कीर्ति लता वर्मा, राजेंद्र रजक, प्रेमचंद साहू, सुबोध देव, रमेश शिववंशी आदि मौजूद रहे।