भिलाई। Bhilai New भिलाई इस्पात सयंत्र द्वारा सिविक सेंटर स्थित मिराज सिनेमा (गीत टाकीज) को बीते शनिवार चार फरवरी को सील कर दिया। बीएसपी ने यह कार्रवाई उक्त भूखंड के कथित पट्टेदार द्वारा बकाया राशि भुगतान न करने पर की। इधर इस पूरे घटनाक्रम से मिराज एंटरटेनमेंट लिमिटेड ने स्वयं को किनारे कर लिया है। मिराज एंटरटेनमेंट लिमिटेड द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इस मुद्दे से उनका कोई संबंध नहीं है। मिराज सिनेमा का नाम अनावश्यक रूप से धूमिल किया जा रहा है।
मिराज एंटरटेनमेंट का जब्ती के मामले से कोई लेना-देना नहीं
मिराज एंटरटेनमेंट लिमिटेड की ओर से अधिवक्ता गौरव गुप्ता ने कहा है कि हम माल के मालिक सुराणा और कोठारी के साथ एक समझौते के तहत इस थिएटर का संचालन और प्रबंधन कर रहे हैं। मामला स्वामियों के बीच का है, जो उस भूमि के कथित पट्टेदार हैं, जिसमें थिएटर स्थित है और जिसमें भिलाई इस्पात संयंत्र शामिल है, जो एक पट्टेदार हैं। मूल पट्टेदारों और पट्टेदारों के बीच कुछ संपत्ति नामित विवाद है और पार्टियों के बीच लंबी मुकदमे बाजी के बाद संपत्ति अधिकारी ने मूल पट्टेदारों को भूमि के विषय में भूखंड के अवैध कब्जेदार के रूप में घोषित किया है। जिसे जब्त कर लिया गया है। अधिवक्ता गौरव गुप्ता ने कहा है कि हमें मिराज एंटरटेनमेंट लिमिटेड के थिएटर की जब्ती के मामले से कोई लेना-देना नहीं है। हम कानून व्यवस्था का पूरी तरह से सम्मान करते हैं और अधिकारियों को हर संभव तरीके से सहयोग कर रहे हैं
गौरतलब है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवा विभाग द्वारा अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा राजस्व जमा नहीं करने वाले बकायादारों पर भी कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में बीते शनिवार भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को मिराज सिनेमा के संचालक से 6 करोड़ 92 लाख राजस्व वसूलने के अलावा अतिरिक्त नौ लाख का भुगतान वसूलने के मुद्दे को लेकर मिराज सिनेमा को सील कर दिया गया था। जिसपर मिराज सिनेमा ने अपना पक्ष रखा है।