Bhilai Steel Plant: भिलाई स्टील प्लांट कर्मचारियों के बोनस पर संकट, नहीं हुई उप समिति की बैठक
Bhilai Steel Plant: भिलाई स्टील प्लांट में काम करने वाले कर्मचारियों को हर साल मिलने वाले बोनस पर इस बार संकट छाया हुआ है। कर्मचारियों को डर है कि बंधन एकतरफा निर्णय लेकर उनके खाते में पैसा न डाल दें।
Publish Date: Mon, 14 Jul 2025 03:38:17 PM (IST)
Updated Date: Mon, 14 Jul 2025 03:51:20 PM (IST)
भिलाई स्टील प्लांट में बोनस को लेकर संशय (फइल फोटो)HighLights
- भिलाई स्टील प्लांट में बोनर को लेकर अनिश्चितता।
- हर साल अक्टूबर के महीने में मिलता है बोनस।
- इस साल की शुरुआत से ही संशय बना हुआ है ।
नईदुनिया प्रतिनिधि, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के कर्मचारियों के बोनस को लेकर इस साल भी अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। हर वर्ष अक्टूबर में दुर्गा पूजा से पहले कर्मचारियों को बोनस दिए जाने की परंपरा रही है। लेकिन इस वर्ष की शुरुआत से ही इसे लेकर संशय बना हुआ है।
कर्मचारियों की चिंता इस बात को लेकर है कि कहीं प्रबंधन एकतरफा निर्णय लेकर, पूर्व वर्षों की तरह, इस बार भी बिना बातचीत के सीधे खातों में राशि न डाल दे। बीएसपी देश के प्रमुख स्टील संयंत्रों में से एक है, जहां हजारों कर्मचारी सालभर मेहनत करते हैं। बोनस उनके उत्साह और सम्मान से जुड़ा मुद्दा है।
यदि समय रहते समिति की बैठक नहीं हुई और संवाद के माध्यम से निर्णय नहीं लिया गया तो यह न केवल श्रम संबंधों को प्रभावित करेगा, बल्कि संयंत्र के वातावरण पर भी प्रतिकूल असर डालेगा। कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंधन को चाहिए कि वह पारदर्शिता अपनाते हुए कर्मचारियों की भावनाओं का सम्मान करे और एनजेसीएस समिति की तत्काल बैठक बुलाकर उचित निर्णय ले।
एनजेसीएस उप समिति की बैठक नहीं
गौरतलब है कि बोनस वितरण पर चर्चा के लिए बनी नेशनल जॉइंट कमेटी फॉर स्टील (एनजेसीएस) के तहत एक उप समिति का गठन जनवरी 2025 में किया गया था। इसका उद्देश्य बीएसपी जैसे बड़े स्टील संयंत्रों में बोनस को लेकर पारदर्शी और सर्वसम्मति से निर्णय लेना था।
लेकिन छह महीने से अधिक समय बीतने के बावजूद अब तक इस समिति की एक भी बैठक आयोजित नहीं की गई है। इससे कर्मचारियों में नाराजगी और असमंजस की स्थिति है। उनका मानना है कि यह चुप्पी प्रबंधन की मंशा को लेकर सवाल खड़े करती है। कर्मचारियों को आशंका है कि प्रबंधन इस बार भी बिना परामर्श के बोनस राशि सीधे बैंक खातों में जमा कर सकता है।
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
- एनजेसीएस की उप समिति की तात्कालिक बैठक बुलाई जाए।
- बोनस की राशि पर चर्चा में सभी श्रमिक संगठनों को शामिल किया जाए।
- इस वर्ष बोनस में यथोचित वृद्धि सुनिश्चित की जाए।
- किसी भी स्थिति में एकतरफा निर्णय न लिया जाए।
पिछले पांच वर्षों में दिए गए बोनस का विवरण
वर्ष प्रति कर्मचारी दी गई राशि (₹) |
2020 | ₹16,500
2021 | ₹21,000
2022 | ₹40,500
2023 | ₹23,000
2024 | ₹26,500
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
वीबी सिंह, महासचिव, इंटक: “बोनस को लेकर जो फार्मूला बनाया गया है, उसे बदलने की मांग हम लगातार कर रहे हैं। कर्मचारियों के लिए फार्मूला सरल होना चाहिए, ताकि उन्हें अधिक से अधिक लाभ मिल सके।”
हरिशंकर चतुर्वेदी, जिला मंत्री, बीएमएस: “पांच साल का जो बोनस फार्मूला बनाया गया था, उसे तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाना चाहिए। नए सिरे से समझौता कर कर्मचारियों को अधिक से अधिक राशि बोनस के रूप में दी जानी चाहिए।”