भिलाई। दुर्ग-मरोदा के बीच धनोरा रेलवे क्रासिंग के पास रेलवे के एक ओएचई टावर वैगन ने सामने चल रहे दूसरे ओएचई टावर वैगन को जर्बदस्त ठोकर मार दी। घटना में टावर वैगन में सवार तीन रेलवे कर्मचारी घायल हो गए।
इसमें दो को सुपेला के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना में एक ओएचई टावर वैगन भीतर से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना की जानकारी लगते ही रायपुर से डीआरएम सहित अन्य आला अफसर पहुंचे और घटना स्थल का मुआयना किया। रेलवे इस मामले की जांच भी कराएगी।
रेलवे द्वारा दुर्ग से मरोदा के बीच रेल की उच्च क्षमता वाली बिजली लाइन में लगे कंडक्टर को बदल रहा है। कुल 14 किलोमीटर दायरे में यह काम करीब एक माह से चल रहा है। इस लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही होने की वजह से ब्लाक लेकर काम किया जाता है।
इस काम में रेलवे के ओएचई विभाग भिलाई-3 के कर्मचारी भी साथ होते हैं। मंगलवार को दोपहर 12.45 से 14.45 बजे तक मरोदा से दुर्ग के बीच ब्लाक लिया गया था। ब्लाक लेने के बाद मरोदा स्टेशन से दुर्ग की ओर रेलवे के दोनों ओएचई टावर वैगन एक के पीछे एक दुर्ग की ओर रवाना हुए।
इसमें वैगन आपरेटर के अलावा रेलवे के तकनीशियन और अन्य कर्मचारी भी सवार थे। करीब एक बजे धनोरा रेलवे क्रासिंग के पास यह घटना हुई। बताया जाता है कि उक्त क्रासिंग पर फाटक खुला था और पटरी पर रेड फ्लैग लगा हुआ था।
इस फ्लैग को देख सामने चल रहे ओएचई टावर वैगन के चालक एचएस राव ने स्पीड धीरे कर दी। वहीं इसके ठीक पीेछ आ रहे ओएचई टावर वैगन का चालक अचानक स्पीड कंट्रोल नहीं कर पाया और सामने दूसरे वैगन से जा टकराया। घटना में एक वैगन के भीतर का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
घटना में तकनीशियन अजय कुमार व एस. नागेश्वर राव को सिर व चेहरे पर चोट आई। वहीं टावर वैगन के चालक एचएस राव को मामुली चोट आई। तीनों को सुपेला स्थित स्पर्श अस्पताल लाया गया। जहां अजय कुमार व एस. नागेश्वर राव को भर्ती कर लिया गया। एचएस राव को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया।
मौके पर पहुंचे डीआरएम
घटना की जानकारी लगते ही रायपुर से डीआरएम श्याम सुंदर गुप्ता, एडीआरएम केके बिश्नोई सहित अन्य अधिकारी मौका स्थल पर पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी ली। उन्होंने कर्मियों के स्थास्थ्य की भी जानकारी ली। उनके साथ रायपुर मंडल के सहायक सुरक्षा आयुक्त भी थे। रलवे रायपुर मंडल के सीनियर डीसीएम डा विपिन वैष्णव ने बताया कि घटना में घायल कर्मियों को बेहतर उपचार सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
क्या है ओएचई टावर वैगन
रेलवे द्वारा इंजन को बिजली की आपूर्ति करने वाली उच्च क्षमता की लाइन के मेंटेनेंस आदि कार्य ओएचई टावर वैगन से किए जाते हैं। यह रेल इंजन से छोटा होता है और इसमें मरम्मत कार्य के सारे सामान सहित कर्मियों के बैठने की व्यवस्था होता है। इसमें कई उपकरण भी होते हैं इसी वैगन पर चढकर कर्मी लाइन भी सुधारते हैं।