Achanakmar Tiger Reserve: अब टाइगर रिजर्व में ट्रैप कैमरे लगाकर करेंगे बाघों की गणना
Achanakmar Tiger Reserve: ट्रैल व ट्रांजिट लाइन पद्धति से हो चुकी है गिनती
By Manoj Kumar Tiwari
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Tue, 17 Jan 2023 08:12:44 AM (IST)
Updated Date: Tue, 17 Jan 2023 08:12:44 AM (IST)

बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। अचानकमार टाइगर रिजर्व में अब ट्रैप कैमरा लगाकर बाघों की गणना शुरू होगी। इसके लिए कैमरे का एकत्र करने के साथ उसकी जांच की जा रही है। किसी में तकनीकी खराबी होगी, तो उसे ठीक कराया जाएगा। जब यह काम पूरा हो जाएगा, उसके बाद चिंहित जगहों पर कैमरे लगा दिया जाएगा।
अचानकमार टाइगर रिजर्व में चार साल में एक बार मुख्य गणना होती है। वहीं फोर फेस मानिटरिंग साल में दो बार होती है। यह नियमित प्रक्रिया है। इसको लेकर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से निर्देश भी है। इसके तहत एक गणना गर्मी में होती है और दूसरी ठंड के सीजन में की जाती है। साल में दो बार होने वाली इस गणना के तहत पहले तीन दिन ट्रैल लाइन पर बाघों के पंजो के निशान आदि देखे जाते हैं। इसके बाद तीन ट्रांजिट लाइन में वन अमला चलता है। इसके बाद ही ट्रैप कैमरे से गिनती की जाती है।
सबसे महत्वपूर्ण कैमरा ट्रैपिंग से गणना होती है। इसके तहत कोर जोन में जितनी जगहों पर ग्रीड चिंहित किए गए हैं वहीं कैमरे लगाए जाते हैं। टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने इसकी तैयारियां प्रारंभ कर दी है। इसके तहत सबसे पहले ट्रैप कैमरे का एकत्र किया जा रहा है। कुछ कैमरे छत्तीसगढ़ के दूसरे टाइगर रिजर्व प्रबंधन को भी दिए गए थे। वहां से कैमरे मंगा लिए गए। कैमरे की जांच कर यह देख रहे हैं कि वह किस स्थिति में है।
इसमें आटोमेटिक फोटो क्लिक होंगे या नहीं। जिन कैमरो में थोड़ी बहुत खराबी है, उसे ठीक भी किया जा रहा है, ताकि जब कैमरे के सामने से बाघ या अन्य वन्य प्राणी गुजरे तो उनकी फोटो कैद हो जाए। मालूम हो कि एक जगह पर दो कैमरे लगाए जाते हैं। आमने-सामने कैमरे लगने से तस्वीरें आसानी से व स्पष्ट कैद हो जाती है। इस कैमरे की खासियत यह है कि इसके सामने से कोई चीजें गुजरती हैं तो आटोमेटिक क्लिक होकर तस्वीर कैद कर लेता है।