Bilaspur News: ट्रेन में अकेले सफर करने अब महिला यात्री पहले की तरह घबराती नहीं हैं। वह बेखौफ यात्रा करतीं हैं। आज यदि महिला यात्रियों का मनोबल बढ़ा और यात्रा के दौरान खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं तो इसमें एक बड़ा योगदान आरपीएफ की मेरी सहेली टीम का है। टीम की सदस्य अलग-अलग स्टेशनों में उन सभी ट्रेनों को अटेन करती हैं, जिनमें अकेली महिला यात्री सफर कर रही हैं।
एक्सप्रेस ट्रेन हो या लोकल, इनमें कामकाजी व घरेलू महिलाओं और छात्रा अकेली सफर करती हैं। इस दौरान उनमें घबराहट रहती है। जब तक गंतव्य पर नहीं पहुंच जाती स्वजन भी चिंतित नजर आते हैं। सफर में महिलाएं न घबराए इसीलिए भारतीय रेलवे ने मेरी सहेली अभियान की शुरुआत की है। इस सक्रिय पहल का मूल उद्देश्य महिला यात्रियों को ट्रेन में यात्रा के दौरान सुरक्षा की भावना प्रदान करना है, जिससे वे अपनी सुरक्षा के बारे में किसी भी आशंका के बिना यात्रा कर सकें।
इसे देखते हुए जोन के विभिन्न स्टेशनों में मेरी सहेली टीम का गठन किया है। यह टीम महिलाओं को विभिन्न अपराध से लेकर मदद लेने के लिए हेल्पलाइन के बारे में जागरूक भी करती रहती हैं। इसके अलावा किसी भी परेशानी के दौरान अगर महिलाएं 139 हेल्पलाइन नंबर पर काल करती हैं तो उन्हें तुरंत रिस्पांस मिलने का भरोसा भी दिलाती हैं।
मालूम हो कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने ट्रेन के सफर को महिलाओं के लिए बेहद सुरक्षित बनाने के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है। इस अभियान से महिला यात्रियों में सुरक्षा की भावना जागृत हुई है। इसके साथ ही आत्मविश्वास भी बढ़ा है। इस अभियान से महिला यात्री अपने गंतव्य तक सुरक्षित महसूस करते हुए आत्मविश्वास के साथ यात्रा कर रही है।
जोन के 13 स्टेशन में तैनात है मेरी सहेली टीम
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में मेरी सहेली की 13 टीम कार्यरत हैं, जो 13 अलग-अलग ट्रेनों को अटेन करती हैं। रेलवे सुरक्षा बल की मेरी सहेली टीम में महिला कांस्टेबल से लेकर महिला सब इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर शामिल हैं। रेलवे सुरक्षा बल सिस्टम के माध्यम से मेरी सहेली टीम को संबंधित स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रा कर रही अकेली महिला यात्रियों की जानकारी देते हैं।
जानकारी मिलने के बाद मेरी सहेली टीम उनसे जाकर संपर्क करती है, उनसे बातचीत कर और किसी भी प्रकार की असुविधा या समस्या तो नहीं है इसकी जानकारी लेती है। सफर के दौरान संबंधित कोच और बर्थ की निगरानी करती है। सफर के दौरान महिला यात्री हेल्पलाइन 139 एवं टीटीई के माध्यम से भी मेरी सहेली टीम से संपर्क कर सकती है। यह भी उन्हें बताया जाता है।
जानिए किन स्टेशनों में तैनात है टीम
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में मेरी सहेली की टीम बिलासपुर, रायगढ़, चांपा, कोरबा, शहडोल, अनूपपुर, रायपुर, दुर्ग, भाटापारा, गोंदिया, डोंगरगढ़, राजनांदगांव एवं भंडारा रोड जैसे मुख्य स्टेशनों पर कार्यरत हैं। महिला यात्रियों की सूची मिलने के बाद टीम की सदस्य उनसे संपर्क करती हैं।
उन्हें हेल्पलाइन नंबर के अलावा अपना मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराती हैं। बाक्स- एक लाख पांच हजार यात्रियों की सहायता इस वर्ष मेरी सहेली टीम ने 13,385 ट्रेनों में पहुंचकर लगभग एक लाख पांच हजार ऐसी महिला यात्रियों की सहायता की जो अकेली यात्रा कर रही थीं। इसमें बिलासपुर रेल मंडल में 4,772 ट्रेनों में 55,584 महिला यात्री, रायपुर रेल मंडल में 5,351 ट्रेनों में 37,674 महिला यात्री और नागपुर रेल मंडल 3,262 ट्रेनों में 10,918 महिला यात्री शामिल हैं। यात्रियों को सहायत मिलने से उनमें सुरक्षा को लेकर आत्मविश्वास जागा है।