CG में स्वच्छता की अनदेखी: 'अमृत भारत स्टेशन योजना' के तहत बने प्लेटफार्म पर शौचालय नदारद, यात्री परेशान
Amrit Bharat Railway Station Scheme: प्लेटफार्म के उस हिस्से में अगर कोई यात्री शौचालय जाना चाहे, तो उसे पूरे स्टेशन की परिक्रमा करनी पड़ती है या फिर पटरी पार करने जैसे जोखिम भरे रास्ते अपनाने पड़ते हैं। यह भी होता है कि यात्रियों को बिलासपुर इंड में उपलब्ध शौचालय पर जाना पड़ता है। यह न सिर्फ असुविधाजनक है बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी गंभीर मामला है।
Publish Date: Sun, 14 Sep 2025 10:44:13 AM (IST)
Updated Date: Sun, 14 Sep 2025 11:21:59 AM (IST)
Amrit Bharat योजना के अक्टूबर में उसलापुर स्टेशन का उद्घाटन की चल रही तैयारी (फाइल फोटो)HighLights
- CG में अमृत योजना में बड़ी भूल
- प्लेटफार्म 2 पर शौचालय नदारद
- अक्टूबर में उद्घाटन की तैयारी
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: अमृत भारत स्टेशन योजना (Amrit Bharat Railway Station Scheme) के तहत देशभर के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इसी क्रम में उसलापुर रेलवे स्टेशन में भी काम लगभग पूरा हो चुका है। अक्टूबर में इसके भव्य उद्घाटन की तैयारी है। लेकिन, इस विकास की चमक के पीछे एक गंभीर सच्चाई छिपी हुई है।
शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा का अभाव
स्टेशन के प्लेटफार्म दो और तीन के कटनी छोर पर शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा तक मौजूद नहीं है। इसके चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति तब और भी अधिक चिंताजनक हो जाती है जब यह समझा जाए कि प्लेटफार्म दो इस स्टेशन का सबसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है।
रायपुर, गोंदिया, दुर्ग जैसे प्रमुख शहरों से आने वाली अधिकतर ट्रेनें यहीं आकर रुकती हैं। इन ट्रेनों का इंतजार कर रहे यात्री जब घंटों प्लेटफार्म पर बैठे रहते हैं, तब उन्हें शौचालय की अनुपलब्धता से भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं और छोटे बच्चों के साथ यात्रा कर रहे यात्रियों के लिए यह स्थिति बेहद असुविधाजनक हो जाती है।
समस्या को लेकर कई बार हुई शिकायत
यात्रियों का कहना है कि कई बार इस समस्या को लेकर शिकायतें भी की गई हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस समाधान नहीं निकाला गया। अमृत भारत जैसी महत्वाकांक्षी योजना, जो स्टेशन को आधुनिक और यात्री अनुकूल बनाने की बात करती है, उसमें शौचालय जैसी प्राथमिक सुविधा की अनदेखी रेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है। रेलवे प्रशासन और निर्माण एजेंसी का पूरा ध्यान स्टेशन की सुंदरीकरण और संरचनात्मक विकास पर केंद्रित रहा, लेकिन यात्रियों की मूलभूत आवश्यकताओं को नज़रअंदाज़ कर दिया गया।
प्लेटफार्म के उस हिस्से में अगर कोई यात्री शौचालय जाना चाहे, तो उसे पूरे स्टेशन की परिक्रमा करनी पड़ती है या फिर पटरी पार करने जैसे जोखिम भरे रास्ते अपनाने पड़ते हैं। यह भी होता है कि यात्रियों को बिलासपुर इंड में उपलब्ध शौचालय पर जाना पड़ता है। यह न सिर्फ असुविधाजनक है बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी गंभीर मामला है। अब जबकि उद्घाटन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
रंग-रोगन या साज-सज्जा कायाकल्प नहीं
प्रतिदिन इस स्टेशन से यात्रा करने यात्रियों का कहना है कि दीवारों पर रंग-रोगन और साज-सज्जा से स्टेशन का कायाकल्प नहीं होता, जब तक कि यात्रियों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध न हों। तत्काल प्रभाव से प्लेटफार्म दो-तीन के कटनी छोर पर शौचालय निर्माण की पहल की बात कही जा रही है।
पूरे प्लेटफार्म पर शेड न होने से भी दिक्कत
कहने को तो उसलापुर शहर का दूसरा प्रमुख रेलवे स्टेशन है। इसीलिए अमृत भारत स्टेशन योजना से इसे जोड़ा गया है। लेकिन, यहां कई छोटी-बड़ी खामियां हैं। इन्हीं में एक शेड का अभाव भी है। प्लेटफार्म एक, दो व तीन तीनों के पूरे हिस्से में शेड ही नहीं लगा है। इसके चलते यात्रियों को बरसात में भीगना और गर्मी में पसीने से लथपथ होने के बाद ट्रेन का सफर करना पड़ता है।
पर्याप्त सुविधाएं हैं- सीनियर DCM
बिलासपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम अनुराग कुमार सिंह का कहना है कि उसलापुर रेलवे स्टेशन जिस श्रेणी का है। इसके तहत यहां नार्म्स के अनुसार पर्याप्त सुविधाएं दी गईं हैं। इसके बाद भी जब यहां फेज दो का काम प्रारंभ होगा, उसमें शौचालय से लेकर अन्य जरुरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।