बिलासपुर। Atal University Bilaspur Foundation Day 2021: अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय का 10वां स्थापना दिवस शुक्रवार को मनाया गया। वचुर्अल कार्यक्रम में कुलपति प्रो.अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी, शिक्षक एवं कर्मचारी का नाम घोषित किया। इसके बाद कार्यक्रम में तालियों की गड़बड़ाहट गूंज उठी। मुख्य अतिथि राज्यपाल व कुलाधिपति अनुसुईया उइके और अति विशिष्ट अतिथि केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह ने वर्चुअल उपस्थिति के बीच उन्हें ई-सम्मान किया।
कुलपति प्रो.वाजपेयी ने इसके बाद सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों में अकादमिक शिक्षण विभाग के कामर्स की प्राध्यापक डा. पूजा पांडेय व माइक्रोबायलाजी की डा.लतिका भाटिया का नाम घोषित किया। विद्यार्थियों में कम्प्यूटर साइंस विभाग की छात्रा आयुषी शर्मा, माइक्रोबायोलाजी के छात्र अंकित कुमार, कामर्स के आदित्य राज, फूड प्रोसेसिंग से आस्था विठालकर व होटल मैनेजमेंट विभाग से तेजस्विनी साहू को सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी घोषित किया गया। सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी के रूप में परीक्षा प्रभारी प्रदीप सिंह का नाम घोषित किया गया।
बताया गया कि कोरोना महामारी के बीच दो बार संक्रमित हुए। फिर भी कार्य के प्रति उनकी लगन और निष्ठा बनी रही। घर से विद्यार्थियों की समस्याओं को ना केवल दूर किया बल्कि परीक्षा विभाग के सभी कामकाज को उत्साहपूर्ण माहौल में निपटाया। अधीनस्थ कर्मचारियों व छात्रों की ओर से एक शिकायत नहीं मिली। कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने की।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव धनंजय देवांगन व कुलगीत के रचयिता राजेंद्र यादव समेत कुलसचिव प्रो.सुधीर शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा.एचएस होता, एनएसएस के समन्वयक डा.मनोज सिन्हा, संचालिका डा.सुमोना भट्टाचार्य, प्राध्यापकों में जितेंद्र कुमार गुप्ता, यशवंत पटेल, हैरी जार्ज, हामिद अब्दुल्लाह, गौरव साहू आदि उपस्थित थे। जनसपंर्क अधिकारी सौमित्र तिवारी के मुताबिक वचुर्अल कार्यक्रम में हुई घोषणा के बाद अब चयनित कर्मचारी, शिक्षक और विद्यार्थियों को कुलपति आफलाइन स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान करेंगे।
मानकों पर खतरा उतरा अटल विवि: मंत्री प्रहलाद
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और अति विशिष्ट अतिथि केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह ने समाज, शिक्षा और संस्कृति विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि संस्कार और शिक्षा का समन्वय यही विश्वविद्यालय की उचित नैतिक व शैक्षिक देन है। कहा कि मुझे खुशी है कि अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय इन मानकों पर खरा उतर रहा है।