बिलासपुर। Bahuda Yatra in Jagannath Rath Yatra 2021: महाप्रभु भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा 20 जुलाई को मौसी के घर से विदा होंगे। बहुड़ा यात्रा के माध्यम से वापस अपने मंदिर पहुंचेंगे। आगमन को लेकर भक्तों में भारी उत्साह है। महाप्रभु मंदिर में नाराज पत्नी महालक्ष्मी को मनाने का भरसक प्रयास करेंगे। मिष्ठान्न्, आभूषण और वस्त्र भेंट कर खुश करने का प्रयास होगा।
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर 108 कलश के जल से स्नान करने के बाद से महाप्रभु जगन्नाथ बीमार हो गए थे। स्वास्थ्य ठीक होने के बाद वे 11 जुलाई को गुंडिचा यात्रा (रथयात्रा) के माध्यम से मौसी के घर पहुंचे थे। आठ दिनों तक भाई व बहन के साथ रहने के बाद अब वे गुंडिचा यात्रा (रथयात्रा) के साथ वापस होंगे। रेलवे परिक्षेत्र स्थित जगन्नाथ मंदिर में हर साल की तरह इस वर्ष भी इस यात्रा को लेकर जबरदस्त तैयारी की गई है।
कोरोना महामारी के कारण रथ का शहर भ्रमण नहीं होगा। मौसी के घर से सीधे मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे। इस बीच चुनिंदा भक्त और समिति के साथ परंपरा का पालन करते हुए रथ खींचेंगे। मंदिर के पुजारी गोविंद पाढ़ी और समिति के समन्वयक केके बेहरा ने बताया कि मौसी के घर महाप्रभु की खूब सेवा सत्कार के बाद अब विदाई की बेला है। इसके लिए धूमधाम से तैयारी की जा रही है।
छेरा पहरा की होगी रस्म
बहुड़ा यात्रा में छेरा पहरा की परंपरा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के वरिष्ठ मंडल अभियंता समन्वयक एमके सुबुद्धि करेंगे। इस दौरान महाप्रभु के पहुंचने के बाद मंदिर प्रांगण में जोरदार स्वागत होगा। विशेष पूजा-अर्चना के साथ भक्तों को प्रसाद का वितरण किया जाएगा। मौसी के घर (मंदिर) में महाप्रभु का रथ नंदीघोष सज चुका है।