बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नईदुनिया भारत रक्षा पर्व को लेकर न्यायधानी में जबरदस्त उत्साह है। शनिवार को चौकसे व डीएलएस कालेज परिवार की ओर से फौजी भाइयों के लिए राखियां उपलब्ध कराईं। अभियान के तहत सैनिकों की कलाई सूनी न हो इसके लिए बहनों द्वारा रक्षा सूत्र भेजा गया है, जो सरहद पर उनकी रक्षा करेगा।
चौकसे कालेज आफ साइंस एंड कामर्स की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों ने सीमाओं की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व देने वाले जवानों को स्नेह का धागा भेजा है, जो देश की रक्षा में हमेशा तत्पर रहने के कारण रक्षाबंधन में अपने घर आने में असमर्थ होते हैं उनके लिए यह स्नेह का धागा रक्षा कवच साबित होगा।
इस अवसर पर कालेज के रजिस्ट्रार आशुतोष पांडेय, प्राचार्य मंतोष कुमार सिन्हा समेत रासेये स्वयंसेवक विशाखा, आरती उइके, याशिका, अनुपा, लिलिमा, वैष्णवी, जे शिवांगी राव और हिना मेहता ने स्वनिर्मित राखियां प्रेषित की है। इसमें संयोजक ज्ञानेश्वर कश्यप का विशेष सहयोग रहा। रक्षा पर्व को लेकर चौकसे ग्रुप आफ कालेजेस के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष जायसवाल, डायरेक्टर डा. पलक जायसवाल सहित सभी प्राध्यापकों ने नईदुनिया के इस अभियान की सराहना की।
डीएलएस के स्वयंसेवकों में भी उत्साह
भारत रक्षा पर्व को लेकर डीएलएस पीजी कालेज रासेयो परिवार द्वारा राखी के साथ जवानों का मुंह मीठा कराने के लिए सूखे मेवे, चाकलेट भेजकर अपना स्नेह, प्यार देते हुए उनकी रक्षा की कामना की। इस अवसर पर महाविालय की प्राचार्य डा. रंजना चतुर्वेदी, डा. प्रताप पांडेय (कार्यक्रम अधिकारी, रासेयो बालक वर्ग), संस्कृति शास्त्री (कार्यक्रम अधिकारी रासेयो, बालिका वर्ग) स्वयंसेवको में रोशनी देवांगन, अंजली बंजारे, प्रियंका साहू, चंचल पाठक, साजिया खान, अंजली मधुकर, सुमन पटेल, अमित नवरतन, अनिल साहू, विकास पटेल, मधुसूदन साहू, गौरव बघेल शामिल हुए।
रक्षा पर्व को लेकर मची धूम
नईदुनिया की ओर से हर साल की तरह इस साल भी 'भारत रक्षा पर्व' मनाया जा रहा है। इसके तहत सामाजिक संस्था, स्कूल व कालेज के विद्यार्थियों से उनके अपने हाथों द्वारा बनाई गई प्यारी-प्यारी राखियां संग्रहित कर उसे नईदुनिया परिवार रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में देश की सरहदों पर पहुंचाता है व उन विद्यार्थियों के नाम देश की सरहदों के निगहबान जवानों की कलाई पर बांधता-बंधवाता है। इसके साथ ही अनजानी बहनों का प्यार भरा संदेश भी जवान भाइयों को पहुंचाता है।