
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री और कथा वाचक प्रदीप मिश्रा पर तीखा हमला बोला है। सोमवार को बिलासपुर पहुंचे बघेल ने कहा कि ये दोनों छत्तीसगढ़ में चंदा लेने आते हैं और राज्य को लूटने का काम कर रहे हैं। दोनों कथा वाचकों को चंदा देना बंद करें, इसके बाद चाहे वे प्रवचन देते रहें, इससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री लिंगियाडीह स्थित अपोलो अस्पताल चौक पर 38 दिनों से चल रहे धरने को समर्थन देने पहुंचे थे। यह धरना पट्टा प्राप्त आवासों को बचाने और नगर निगम द्वारा जारी नोटिस के विरोध में दिया जा रहा है। धरनास्थल पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान बघेल ने कहा कि वे सनातन धर्म के विरोधी नहीं हैं और स्वयं कई बार कथा वाचकों के कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं।
बघेल ने डिप्टी सीएम विजय शर्मा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सरकार चाहे तो दोनों कथा वाचकों का स्वागत करे, लेकिन छत्तीसगढ़ का पैसा उन्हें नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दोनों राज्य में केवल चंदा इकट्ठा करने के उद्देश्य से आते हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भिलाई में आयोजित एक कथा के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भूपेश बघेल को देश छोड़ने की बात कही थी। इसके जवाब में बघेल ने धीरेंद्र शास्त्री को भाजपा का एजेंट बताया था। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच बयानबाजी लगातार जारी है।
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लिंगियाडीह में जो गार्डन बनाया जा रहा है क्या मुख्यमंत्री अपने परिवार के साथ घूमने आएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा विधायकों पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा विधायक अमर अग्रवाल घर से नहीं निकल रहे हैं, क्योंकि उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। धरमलाल कौशिक, अजय चंद्राकर और मूणत को भी कोई अवसर नहीं मिल रहा है।
उन्होंने डिप्टी सीएम अरुण साव पर कटाक्ष किया और कहा कि उनके विभाग में कोई काम नहीं चल रहा है। जल जीवन मिशन का काम बंद पड़ा है। अभी तक 450 मीटर लोरमी में और 500 मीटर सड़क अंबिकापुर में बनी है। कुल मिलाकर अब तक 950 मीटर सड़क की उपलब्धि है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कथा वाचक हर महीने छत्तीसगढ़ आ रहे हैं और टोटका करते हैं कि एक लोटा जल से सब समस्या का हल होता है। हमारे प्रदेश में भी ब्राम्हण देवता हैं। ये लोग परिवार की बात करते हैं, लोगों को सीख देते हैं, कभी टोटका नहीं करते। इन लोग तो लूटने का काम कर रहे हैं।