
बिलासपुर।Bilaspur Crime News: रेलवे के ग्रुप डी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोको पायलट ने एक लाख की धोखाधड़ी की है। पीड़ित डीएन रवि रेलवे का गार्ड है। उसने अपने भाई और भांजे को नौकरी दिलवाने के लिए लोको पायलट को रुपए दिए थे। नौकरी नहीं लगने पर उसने अपने रुपए वापस मांगे। इस पर लोको पायलट टालमटोल कर रहा था। पीड़ित की शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लोको पायलट की तलाश शुरू कर दी है।
सरकंडा क्षेत्र के विवेकानंद नगर स्थित गणपति होम्स में रहने वाले डीएन रवि रेलवे में गार्ड है। उनकी पहचान रेलवे के ही लोको पायलट ऋषिकेश से पड़ोस में रहने वाले एसएन यादव ने कराई थी। जान पहचान के बाद ऋषिकेश ने रेलवे के बड़े अधिकारियों से अपनी पहचान बता कर कई लोगों को नौकरी लगवाने की बात कही। साथ ही उसने डीएन रवि के रिश्तेदारों को भी नौकरी पर लगवा देने का झांसा दिया।
अपनी बातों को पुख्ता करने के लिए ऋषिकेश ने अपने मोबाइल पर कई लोगों के आवेदन भी दिखाए। एक ही विभाग में काम करने के कारण गार्ड ने लोको पायलट पर सहजता से भरोसा कर लिया। उसने अपने भाई दिवाकर और भांजे शिवशक्ति को नौकरी पर लगवाने की बात कही। इस पर लोको पायलट ने इसमें रुपए लगने की बात कहते हुए एक लाख मांगे। भाई और भांजे की नौकरी लगवाने के लिए गार्ड ने लोको पायलट को रुपए दे दिए।
बाद में लोको पायलट में गार्ड रवि से 40 हजार रुपये और ले लिए। इसके बाद वह जल्द ही दिवाकर और शिवशक्ति की नौकरी लग जाने की बात कहते हुए गार्ड को आश्वासन देता रहा। लंबे समय तक नौकरी नहीं लगने पर गार्ड ने अपने रुपए वापस मांगे। इस पर लोको पायलट टालमटोल करने लगा।
कई बार मांगने पर लोको पायलट अपने साथी के माध्यम से गार्ड के 30 हजार रुपये वापस कर दिए। वहीं शेष एक लाख 10 हजार रुपयों को वापस करने टालमटोल कर रहा था। पीड़ित गार्ड ने घटना की शिकायत सरकंडा थाने में की है। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर आरोपित लोको पायलट की तलाश कर रही है।