डा. सुनील गुप्ता, बिलासपुर नईदुनिया। Bilaspur Dr. Sunil Gupta Column: जल संसाधन विभाग जिसे बोलचाल की भाषा में सिंचाई विभाग कहते हैं। आप कल्पना कर सकते हैं क्या, बारिश का मौसम हो और अफसर बेपरवाही पर उतर आए। जवाब होगा नहीं, ऐसा नहीं हो सकता। जी हां। ऐसा ही हुआ है। विभागीय अफसर की बेपरवाही के चलते अरपा नदी के किनारे रहने वाले लोगों की जान आफत में आ गई।
हुआ यूं कि मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया कि भारी बारिश होगी। इसके बाद भी बैराज से पानी नहीं बहाया। अचानक अधिक जलभराव हुआ तो सभी गेट खोल दिए गए। इससे अरपा ऐसे बौराई कि निचली बस्ती इलाके तक जा पहुंची। गरीब बस्ती इलाके में जलजला आ गया। जीवनभर की गाढ़ी कमाई पर पानी फिर गया। जिम्मेदार एसी चेंबर में बैठे-बैठे आदेश फरमाते रहे। अरपा बौराई और शांत हो गई। जिनका सबकुछ पानी में गया उसकी भरपाई कौन करे? इनकी पीड़ा तो ये ही जान और समझ सकते हैं।
अवसर एक और रंग अलग-अलग: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर भाजपा ने सेवा सप्ताह की शुस्र्आत की है। सुबह से ही भाजपाई घूम-घूमकर सेवा कार्य कर रहे थे। सिलसिला आज भी जारी रहा। अभी पांच दिनों तक और चलेगा। सेवा कार्य के बीच एक रैली भी निकली। भाजपाइयों ने नहीं यूथ कांग्रेसियों ने निकाली। बहाना पीएम ही थे। विरोध का तरीका कुछ अलग था।
पीएम के जन्मदिन को यूथ कांग्रेसियों ने बेरोजगार दिवस के रूप में मनाया। युवा भाजपाइयों ने इसे इंटरनेट मीडिया के जरिए गजब की ब्रांडिंग की। ब्रांडिंग का एंगल भी लाजवाब था। यूथ भाजपाइयों ने यूथ कांग्रेसियों को पीएम मोदी के बर्थडे को याद रखने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। यूथ भाजपाइयों ने शानदार राजनीति की। विरोध को जलसे में बदल दिया और ब्रांडिंग भी उसी अंदाज में कर दी। इंटरनेट मीडिया यूजर्स ने भी इसे हाथों हाथ लिया। थैंक्स का दौर भी उसी अंदाज में चला।
शोधार्थियाें के लिए शुभ संकेत: अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय को 12 बी का दर्जा मिल गया है। दर्जा मिलते ही शिक्षा के क्षेत्र में विवि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर अपना नाम दर्ज करा लिया है। शोध और नवाचार के क्षेत्र में यहां के छात्र और शोधार्थी नए आयाम गढ़ेंगे। शोधार्थियों के लिए अच्छी बात यह है कि उनको बड़ा प्लेटफार्म मिलेगा। शोध पत्र पढ़ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवसर मिलेंगे। जितना प्रभावी शोध उतनी प्रभावी पहचान।
12 बी ने एक बड़ा प्लेटफार्म के साथ ही अवसर भी दे दिया है। जरूरत इस बात की है कि अवसर को नवाचार करने वाले छात्र और शोधार्थी किस तरह तब्दील करते हैं। विवि की यह उपलब्धि निश्चित रूप से शहर और अंचल को गौरान्वित करने वाला है। हम सबको इस बात का अभिमान भी होना चाहिए। हमारे छात्र अपने नवाचार को देश दुनिया के बीच स्थापित कर पाएंगे और नवाचार के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना पाएंगे।
किसी की नजर न लगे: संकट के दो साल अब गुजर चुके हैं। अच्छे दिनों की शुस्र्आत होते दिखाई दे रही है। विघ्नहर्ता से हम सबने अच्छे दिनों के आरंभ की प्रार्थना की। आने वाले वर्ष में गणपति स्थापना धूमधाम से करने की कामना भी की। गणपति उत्सव में देशवासियों के साथ शहरवासियों ने भी विघ्नहर्ता से संकट दूर करने विनती की। हमारी प्रार्थना यूं ही नहीं जाएगी। उत्सव की शुस्र्आत गणपति ने कर दी है तो आगे भी अच्छा ही रहेगा।
दो साल के संक्रमणकाल से हमारा शहर और प्रदेश उबरने लगा है। उत्सव की शुस्र्आत भी हो चुकी है। इस बार दुर्गा पंडालों में माता का दरबार सजेगा और पूजा की धूम मचेगी। पूजा पंडालांे के हवन मंे कोरोना की अंतिम आहूति दंेगे। इस आहूति के साथ कोरोना का दहन होगा। इस संकट के दूर होते ही उत्सव का उत्साह दोगुना बढ़ जाएगा। डांडिया भी होगा और मंदिरों में माता की सेवा भी।