बिलासपुर: स्वजनों को बिना बताएं काम की तलाश में जा रहे थे चार नाबालिग,आरपीएफ ने ट्रेन से उतारा
हमसफर एक्सप्रेस का मामला,चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Sat, 03 Sep 2022 03:01:10 PM (IST)
Updated Date: Sat, 03 Sep 2022 03:01:10 PM (IST)

बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे सुरक्षा बल की सतर्कता की वजह चार नाबालिग गुम होने से बच गए हैं। दरअसल चारों बिना स्वजनों को सूचना दिए काम की तलाश में इंदौर जा रहे थे। बिलासपुर में जांच के दौरान ट्रेन में दिखे इन नाबालिगों पर संदेह हुआ। पूछताछ में पूरी जानकारी सामने आई। लिहाजा उन्हें उतार लिया गया। इसके बाद चाइल्ड लाइन के सदस्यों को बुलाकर उन्हें सुपुर्द कर दिया गया,ताकि नाबालिग स्वजनों के पास सुरक्षित पहुंच सके।
रेल मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष के द्वारा रेल सुरक्षा बल पोस्ट बिलासपुर को यह सूचना प्राप्त हुई की 20918 पुरी - इंदौर हमसफर एक्सप्रेस में चार नाबालिग बिना टिकट के यात्रा कर रहे हैं। सूचना मिलते ही तुरंत आरपीएफ पोस्ट प्रभारी भास्कर सोनी के निर्देशन में उप निरीक्षक कुलदीप सिंह और आरक्षक पीएम बगड़िया के ट्रेन के बिलासपुर स्टेशन आने पर प्लेटफ़ार्म नंबर तीन में पहुंचे। इस दौरान कोच में पहुंचकर टीटीई से संपर्क किया गया और उनसे चारों के बारे में जानकारी ली गई।
तब टीटीई ने बताया कि चारों बिना टिकट यात्रा कर रहे हैं। इस पर उनसे उप निरीक्षक कुलदीप सिंह द्वारा पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम और पता बताया। सभी ओडिशा के पुरी के रहने वाले हैं। वह नौकरी की तलाश में अपने घरवालो को बिना बताए इंदौर जा रहे थे। हालांकि इंदौर में कहां जाएंगे और किससे मिलने यह पूछने पर वह कुछ भी स्पष्ट बताने की स्थिति में नहीं थे। लिहाज चारों चाइल्ड हेल्प ग्रुप के माध्यम से रेलवे चाइल्ड लाइन बिलासपुर की टीम के सुपुर्द कर दिया गया।
चाइल्ड लाइन के द्वारा चिल्ड्रन वेलफेयर कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। पिछले कुछ दिनों इस तरह नाबालिग बीच- बीच में मिल रहे हैं। इसे देखते हुए ही आरपीएफ ने जांच पहले ज्यादा तगड़ी कर दी है। इसके अलावा सूचना मिलने पर तत्काल टीम पहुंचती है। इस तरह कई बच्चों के गुमशुदा होने से बचा जा चूके हैं।