बिलासपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
कोरोना वायरस को लेकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। दस हजार रनिंग स्टॉफ बिना किसी सुरक्षा के ट्रेनों का परिचालन कर रहा है। बायोमेट्रिक मशीन व ब्रेथलाइजर पर फूंकने रोजाना गार्ड व लोको पायलट की भीड़ लग रही है। टीटीई बिना मास्क सैनिटाइजर के ट्रेनों में चेकिंग कर रहे हैं। एक तरह से कोरोना रेड सिग्नल पर है और रेल कर्मचारी डेंजर जोन में काम कर रहे हैं।
बिलासपुर जोन से प्रतिदिन डेढ़ सौ से अधिक गुड्स व पैसेंजर ट्रेनें दौड़ती हैं। जिनके परिचालन का जिम्मा दस हजार रनिंग स्टॉफ पर है। केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस को लेकर देशभर में अलर्ट जारी किया गया है। रेलवे को भी व्यापक इंतजाम करने के आदेश हैं। जोन के अधिकारी सिर्फ प्लेटफार्म तक सीमित हो गए हैं। खुद के कर्मचारियों के जिंदगी की कोई परवाह नहीं है। गार्ड, लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट और टीटीई की सुरक्षा को लेकर अभी तक कोई जरूरी कदम नहीं उठाया गया है। रनिंग स्टॉफ की मांग को भी दरकिनार कर दिया है। आलम यह है कि संक्रमण के खतरे के बीच रोजाना ड्यूटी कर रहे हैं।
केस-1
ड्यूटी से आने के बाद कोई स्वास्थ्य जांच नहीं
बिलासपुर मंडल में पांच हजार रनिंग स्टॉफ है। प्रतिदिन पश्चिम बंगाल, ओडिसा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से ट्रेनों का परिचालन करते हैं। ड्यूटी से आने के बाद गार्ड, ड्रायवर और टीटीई के स्वास्थ्य जांच के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। कर्मचारी खतरे से अनजान सीधे बायोमेट्रीक मशीन पर उंगली दबा देते हैं। ब्रेथलाइजर पर मूंह लगाने के बाद घर निकल जाते हैं।
केस-2
स्टॉफ को नहीं मिल रहा मास्क व सैनिटाइजर
रनिंग स्टाफ में कोरोना वायरस को लेकर पूरी तरह से जागरूकता भी नजर नहीं आती। चुनिंदा स्टॉफ खुद से खरीदकर मास्क और सैनिटाइजर रखे हुए हैं,जबकि अधिकांश बेखबर है। कुछ स्टॉफ का कहना है कि बाजार में कहीं नहीं मिल रहा। रेलवे के अधिकारी भी उपलब्ध कराने ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में यह लापरवाही रेलवे के लिए बड़ा खतरा बनी हुई है।
केस-3
टिकट चेकिंग में कोरोना पॉजिटिव का डर
टीटीई भी तनाव में ड्यूटी कर रहे हैं। हर वक्त उन्हें संक्रमण का भय बना हुआ है। उनका कहना है कि रेल अधिकारी बेसुध है। 24 घंटे टिकट चेकिंग से यह पता लगा पाना मुश्किल है कि कौन यात्री कोरोना पॉजिटिव है। 31 तक विराम लगा देना चाहिए। केवल प्रवेश के समय ही जांच की व्यवस्था हो। आईकार्ड या नोट को गिनना ही पड़ता है। सैनिटाइजर तक नहीं है।
रनिंग स्टाफ पर एक नजर
विवरण बिलासपुर जोन बिलासपुर मंडल
लोको पायलट 6200 3500
गार्ड 2000 650
टीटीई 850 350
बिलासपुर, नागपुर एवं रायपुर मंडल को मिलाकर लगभग दस हजार रनिंग स्टॉफ है। मास्क व सैनिटाइजर उपलब्धता के लिए लगातार प्रयासरत हैं। देशहित में सभी को स्वच्छता पर ध्यान देने और अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए जागरूक किया जा रहा है। ब्रेथलाइजर पर खतरा नहीं है क्योंकि सभी के लिए अलग-अलग पाइप होती है। स्टॉफ की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सजग हैं।
साकेत रंजन
सीपीआरओ,दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर