बिलासपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे श्रमिक यूनियन रेलमंत्री को पत्र लिखकर केंद्र सरकार की आपात सेवा में काम करने वाले कर्मचारियों की 50 लाख बीमा योजना में रेल कर्मचारियों को भी शामिल करने की मांग की है।
यह पत्र ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के माध्यम से भेजा गया। यूनियन का कहना है कि देश कोरोना वायरस के संकट से गुजर रहा है। इस विषम परिस्थिति में रेल कर्मचारी भी ड्यूटी कर मालगाड़ी के पहिए नहीं थमने दे रहा है। जबकि वायरस का खतरा उन्हें भी है। इसके बावजूद निरंतर काम कर रहे हैं। मालगाड़ी का परिचालन चालू रहने के कारण विभिन्न पावर प्लांट में कोयला पहुंच रहा है और इसकी वजह से बिजली की आपूर्ति हो रही है। इसके अलावा खाद्य सामग्री, दूध, फल, दवा के अलावा दैनिक उपयोग के सामान भी मालगाड़ी के माध्यम से एक से दूसरे स्थान पर पहुंच रहे हैं। ड्राइवर , सहायक ड्राइवर , गार्ड के अलावा रेलवे अस्पताल का स्टाफ, स्टेशन मास्टर, इंजीनियरिंग विभाग के ट्रैकमैन, गेटमैन, पीडब्लयूआइ, आइओ डब्ल्यू से लेकर अन्य विभागों के कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं। उनके इसी योगदान को देखते हुए ही विशेष बीमा योजना में शामिल करने की मांग उठी है। साथ ही विशेष प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान की मांग भी की गई। यह मांग श्रमिक यूनियन जय प्रकाश , संजय सिन्हा , नवीन कुमार , अमर कुमार , सपन बंदोपाध्याय , एमआर कश्यप , पीके यादव , राघवेंद्र पांडेय , कृष्णकांत , आशीष लाल , संजय दास , सुषमा मुदलियार , आरती सनोरिया समेत अन्य सदस्यों ने की है।