मैडम को प्रेग्नेंट करना है, इसके लिए मनचाही रकम मिलेगी, कई बैंक खाते खुलवा कर अवैध लेनदेन, युवक ने की आत्महत्या
Bilaspur News: सकरी क्षेत्र में साइबर ठगों ने एक युवक को लड़की को गर्भवती करने पर रुपये मिलने का झांसा देकर कई बैंक खाते खुलवा कर अवैध लेनदेन की। इसकी जानकारी होने पर युवक ने फंसने के डर से आत्महत्या कर ली।
Publish Date: Sun, 14 Dec 2025 02:27:37 PM (IST)
Updated Date: Sun, 14 Dec 2025 02:29:53 PM (IST)
सांकेतिक फोटो।HighLights
- सकरी पुलिस ने साइबर ठगों की तलाश शुरू कर दी
- मोबाइल नंबर देकर बैंक एकाउंट खुलवाने के लिए कहा गया
- चार दिन बाद ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। सकरी क्षेत्र में साइबर ठगों ने एक युवक को लड़की को गर्भवती करने पर रुपये मिलने का झांसा देकर कई बैंक खाते खुलवा कर अवैध लेनदेन की। इसकी जानकारी होने पर युवक ने फंसने के डर से आत्महत्या कर ली। इस पूरे मामले की जांच के बाद सकरी पुलिस ने साइबर ठग के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। अब मोबाइल नंबर के आधार पर सकरी पुलिस ने साइबर ठगों की तलाश शुरू कर दी है।
क्या कहा पुलिस ने
सकरी थाना प्रभारी विजय चौधरी ने बताया कि 18 जुलाई 2023 को एक युवक ने उसलापुर और घुटकू के बीच ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी। युवक की पहचान कामेश्वर निर्मलकर के रूप में हुई। उसके पास एक सुसाइड नोट मिला। इससे पता चला कि कामेश्वर के घर के पते पर इंडियन बैंक का एक एटीएम आया था। युवक ने सुसाइड नोट में लिखा था कि वह कभी भी इंडियन बैंक नहीं गया था। उसने इसकी जानकारी अपने पिता और दोस्तों को दी।
मोबाइल पर वाट्सएप कॉल आया और फंस गया युवक
इसके बाद उसने एटीएम के लिफाफे पर दिए फोन नंबर पर कॉल कर अपने बैंक एकाउंट की जानकारी मांगी। तब उसे बैंक जाने के लिए कहा गया। उसी रात उसके मोबाइल पर वाट्सएप कॉल आया। फोन करने वाले ने कहा कि उसकी मैडम को प्रेग्नैंट करना है। इसके लिए मैडम मनचाही रकम देगी। लालच में आकर कामेश्वर ने हामी भर दी। तब उसे एक मोबाइल नंबर देकर बैंक एकाउंट खुलवाने के लिए कहा गया। एकाउंट में उसी नंबर को देने लिए भी जोर दिया गया।
14 जुलाई को उसे बैंक बुलाया गया
तब कामेश्वर ने पोस्ट ऑफिस में अपना खाता खुलवा लिया। उसने पासबुक की फोटो बात हुए नंबर पर भेज दी। तब दूसरी ओर से नाम में गलती होने की बात कहते हुए दूसरे बैंक में खाता खुलवाने को कहा गया। तब कामेश्वर ने पीएनबी में खाता खुलवाकर पासबुक की फोटो भेज दी। इसके बाद उसे बताया गया कि इस एकाउंट में भी पैसे ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं। तब उसने केनरा बैंक में खाता खुलवाकर फोटो भेजा। इसी बीच 14 जुलाई को उसे बैंक बुलाया गया।
चार दिन बाद ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली
बैंक के कर्मचारियों ने बताया कि उसके खाते में बहुत पैसा आ रहा है। उन पैसों को दूसरे एकाउंट में तत्काल ट्रांसफर किया जा रहा है। इस संबंध में बैंक के अधिकारियों ने भी पूछताछ की। साथ ही बैंक खाते का डिटेल भी बताया। इसकी जानकारी नहीं होने पर कामेश्वर कुछ नहीं बता पाया। वह बुरी तरह से डर गया।
वह पूरी बात बैंक के अधिकारियों को बताकर घर लौट आया। उसे पता चल गया था कि वह साइबर ठगों के जाल में फंस गया है। इसी के चलते उसने चार दिन बाद ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली।
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ऐसे बचें जालसाजी से
- साइबर ठग गिरोह के सदस्य बैंक एकाउंट पाने के लिए कमीशन का लालच देते हैं। कमीशन के लालच में फंसने वालों पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।
- बैंक खातों पर अवैध लेनदेन होने पर पुलिस सबसे पहले बैंक एकाउंट धारक को गिरफ्तार करती है। इससे बचने के लिए अपने नाम से बैंक एकाउंट खुलवाकर दूसरों को उपयोग के नहीं देना चाहिए। इस तरह की धोखाधड़ी होने पर तत्काल पुलिस को सूचना देनी चाहिए।
- अपने बैंक डिटेल दूसरों को देने से बचें। खासकर तब जब व्यक्ति अनजान हो। किसी भी कंपनी अथवा संस्थान की वेबसाइट को सर्च करने से पहले जानकारी जरूर लें।
- बैंक या कोई भी संस्थान लिंक भेजकर ऐप डाउनलोड नहीं कराता। कोई भी संस्थान बैंक की जानकारी नहीं मांगता। अगर कोई आपके मोबाइल पर लिंक भेजकर ऐप डाउनलोड करने को कहता है, तो इससे बचें। ऐसे लोग जालसाज हो सकते हैं।
लेन-देन करने से पहले लोगों की जानकारी लें और आसपास के लोगों से भी इस संबंध में चर्चा कर जरूरी जानकारी ले लें। अगर कोई इनाम का लालच दे रहा है, तो इसे नजरअंदाज करें।
जालसाजों ने बड़ी कंपनियों और वित्तीय संस्थानों के नाम पर फर्जी वेबसाइट बना रखी है। इसके अलावा सरकारी संस्थान की भी फर्जी वेबसाइट हैं। ये इतने मिलते जुलते हैं कि लोगों को भनक तक नहीं लगती कि फर्जी वेबसाइट पर क्लिक कर रहे हैं। यहां पर हेल्प डेस्क के नाम पर मोबाइल नंबर दिए होते हैं। इसके कारण लोग आसानी से जालसाजी के शिकार हो जाते हैं।