बिलासपुर। Bilaspur News: भैरव मंदिर रतनपुर में गुप्त नवरात्र पर चित्रकूट वृंदावन से विशेष विद्वानों को आमंत्रित किया गया है। इनके द्वारा मंदिर में दुर्गा सप्तशती पाठ, संतान गोपाल का पाठ 10 महाविद्या की मंत्राें का जप, भैरव के विशेष मंत्रों द्वारा पाठ-जप किया जा रहा है। वहीं एक ही मंच से भक्तों को श्रीमद् भागवत कथा एवं शिवमहापुराण का श्रवण कराया जा रहा है।
बाल व्यास कान्हा तिवारी के मुखारविंद से हरिवंश महापुराण तथा भूषण कृष्ण शास्त्री की ओर से श्रीमद् भागवत कथा व्यास कलश यात्रा के साथ आचार्य को मंचासन किया गया। वहीं कलश यात्रा भैरव मंदिर से निकाली गई। इसमें भैरव कुंड से जल लेकर सभी देवी-देवताओं का आवाहन करने के साथ वेदी निर्माण कर सर्वप्रथम गौरी-गणेश, पंचांग पूजन आचार्य अवनीश मिश्रा (चित्रकूट) की ओर से कराया गया।
इसके बाद कथा शुरू हुआ।इसमें बताया गया कि हरिवंश महा पुराण सुनने मात्र से ही वंश में वृद्धि होती है, जो भी भक्त इस महापुराण को सुनते हैं, उनके वंश में सात जन्मों तक वृद्धि होती रहती है। हरिवंश महापुराण कल्प वृक्ष के समान है, जो इसे जिस कामना के साथ सुनता, वह कामना जरूर पूरी होती है।
वहीं भागवत महापुराण का रसपान बाल ब्यास भूषण कृष्ण शास्त्री वृंदावन के द्वारा सुनाया गया। श्री सिद्ध तंत्र पीठ भैरव बाबा मंदिर प्रबंधक पंडित जागेश्वर अवस्थी ने बताया कि गुप्त नवरात्र में नौ दिन चित्रकूट से पधारे हुए आचार्य अवनीश मिश्रा बनारस से ज्योतिष ज्ञान प्राप्त किए हुए हैं।
इनके द्वारा निश्शुल्क ज्योतिष से संबंधित समस्या का समाधान पूरे नौ दिनों तक रतनपुर भैरव मंदिर में किया जाएगा। श्रीमद् भागवत कथा और शिव महापुराण कथा सुनने रेलवे परिवार से हरिओम दुबे के साथ कानपुर निवासी सुनील कुमार बाजपायी, जानवी बाजपायी, महेश्वर पांडेय, दिलीप दुबे, राजेन्द दुबे, सोनू तंबोली, धनश्याम बारगाह श्रद्धालु पहुंचे थे।