बिलासपुर रेलमंडल ने की लक्ष्य से ज्यादा लोडिंग, 1595.4 लाख टन पहुंचा आंकड़ा
वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1594.6 लाख टन माल लदान करने का दिया गया था लक्ष्य।
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Sun, 03 Apr 2022 08:00:00 AM (IST)
Updated Date: Sun, 03 Apr 2022 08:00:45 AM (IST)

बिलासपुर। वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिलासपुर रेलवे मंडल ने 1595.4 लाख टन लोडिंग कर भारतीय रेलवे का सर्वाधिक लोडिंग करने वाला मंडल बना है। इसमें श्रेय रेलकर्मियों के सम्मिलित, सतत व अनुशासित प्रयास और कुशल प्रबंधन को दिया गया है। जबकि मंडल को 1594.6 लाख टन माल लदान करने का लक्ष्य दिया गया था। इस तरह 18274.01 करोड़ रुपये माल ढुलाई से राजस्व की प्राप्ति की गई। लोड किए गए वस्तुओं में कोयला, क्लिंकर, लौह अयस्क, सीमेंट, स्टील, खाद्यान, रासायनिक खाद, खनिज तेल व स्टील कारखानों के लिए कच्चे माल आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं।
बिलासपुर मंडल अपने समर्पित रेलकर्मियों के सम्मिलित, सतत व अनुशासित प्रयास और कुशल प्रबंधन से विपरीत परिस्थितियों का डटकर सामना करते हुए भारतीय रेलवे का सर्वाधिक लदान करने वाला मंडल होने के खिताब एवं परंपरा को बरकरार रखा है। रेल अफसरों का कहना है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौर में लक्ष्य हासिल करना तो दूर, माललदान करना ही चुनौती बन गया था। लेकिन, सभी के सकारात्मक प्रयासों और पहल की बदौलत बिलासपुर मंडल वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1595.4 लाख टन माल लदान करते हुए भारतीय रेलवे का सर्वाधिक माल लदान करने वाला मंडल बन गया है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में मंडल को कुल 1594.6 लाख टन माल लदान करने का लक्ष्य दिया गया था। इसके अलावा माल ढुलाई आय के आंकड़ों में उच्च गति को बनाए रखते हुए मंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में 18274.01 करोड़ रुपये माल ढुलाई राजस्व अर्जन कर नई उपलब्धि हासिल की गई है। यह मंडल द्वारा किसी भी वित्तीय वर्ष में किया गया अब तक का सर्वाधिक माल ढुलाई राजस्व अर्जन है। इस वित्तीय वर्ष में मंडल द्वारा लोड किए गए वस्तुओं में कोयला, क्लिंकर, लौह अयस्क, सीमेंट, स्टील, खाद्यान, रासायनिक खाद, खनिज तेल एवं स्टील कारखानों के लिए कच्चे माल आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं।
रेलवे द्वारा इस वर्ष माल ढुलाई को आकर्षक बनाने के लिए कई तरह की रियायतें/छूट भी उपभोक्ताओं को दी गई। साथ ही बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के माध्यम से पारंपरिक के अलावा कई नई वस्तुओं का परिवहन भी किया गया। साथ ही मौजूदा नेटवर्क में मालगाड़ियों की गति में भी काफी वृद्धि की गई। मालगाड़ियों की गति में सुधार से सभी हितधारकों की लागत में भी बचत हुई।
लांग हाल, एनाकोंडा व सुपर एनाकोंडा ट्रेनों का परिचालन के साथ ही साथ मंडल में अधोसंरचना विकास के अंतर्गत विभिन्न् सेक्शनों में तीसरी व चौथी लाइन कनेक्टिविटी के कार्य भी व्यापक स्तर पर कराए गए। इस उपलब्धि के लिए महाप्रबंधक आलोक कुमार ने मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय समेत सभीअधिकारियों और रेलकर्मियों को उनके बेहतरीन प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।